सिंगोली (मुकेश माहेश्वरी)। नवरात्रि के पावन पर्व पर मां बिजासन माता के मंदिर में चल रही 9 दिवसीय श्रीमद देवी भागवत कथा में कथावाचक पण्डित गोपी जी शास्त्री द्वारा भगवान वामन अवतार और श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग वर्णित किया गया। इसमें राजा महाबली का प्रसंग आया, जब भगवान विष्णु ने वामन रूप में आकर धरती और आकाश को मात्र दो पगों में नाप लिया और अपना तीसरा कदम महाबली के शीश पर रखकर उन्हें पाताल लोक में भेज दिया।
इसके अलावा, श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग भी मनाया गया, जिसमें नंद बाबा के घर कृष्ण जन्म का उत्सव मनाया जाता है। इस प्रसंग के शुरू होते ही श्रद्धालु 'नंद के घर आनंद भया' के भजनों पर झूम उठते हैं।
यह प्रसंग भक्तों को आनंद और प्रेरणा प्रदान करता है और नवरात्रि के पावन पर्व को और भी महत्वपूर्ण बनाता है इस तरह, देवी भागवत के चौथे दिन इन दोनों महत्वपूर्ण प्रसंगों का वर्णन किया गया, जो भक्तों को आनंद और प्रेरणा प्रदान करता हैं। चौथे दिन की कथा समाप्ति पर मां बिजासन माता जी की आरती व भोग लगाया गया।