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एग्रीमेंट और क्रेताओं के बयान से खुल रहे राज, प्लॉट डील अभिषेक से और रजिस्ट्री दिव्यांग ने कराई, एग्रीमेंट आया सामने, अभिषेक की बढ़ सकती है मुसीबत, 15 को हो सकता बड़ा एक्शन

नीमच - October 12, 2025, 2:17 pm Technology

सीएम मोहन यादव के सख्त निर्देशों के बावजूद भी नीमच जिले के जावद क्षेत्र में अवैध कॉलोनी काटने का मामला सामने आया है। इस पूरे प्रकरण में दिव्यांग किसान कैलाश साहू ने प्रशासन को शिकायत दर्ज कराते हुए अभिषेक नामक व्यक्ति पर धोखाधड़ी कर जमीन हड़पने और अवैध कॉलोनी विकसित करने के गंभीर आरोप लगाए हैं।

शिकायत मिलते ही एसडीएम प्रीति संघवी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए राजस्व अमले को निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। प्रशासन ने इस संबंध में क्रेता, आवेदक और अनावेदक सभी पक्षों को नोटिस जारी किए, किंतु अनावेदक अभिषेक की ओर से अब तक कोई जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया।

क्रेताओं ने कबूला — अभिषेक से हुई थी प्लॉट डील

अवैध कॉलोनी मामले में 4 अक्टूबर को हल्का पटवारी ने मौके पर पहुंचकर तीन क्रेताओं के बयान दर्ज किए। पटवारी के पंचनामे के अनुसार तीनों क्रेता जितेश पवार, रेखा लाभचंद और गायत्री बाबुलाल ने यह बात स्वीकार की कि प्लॉट विक्रय को लेकर उनकी बातचीत अभिषेक से हुई थी, लेकिन रजिस्ट्री के समय कैलाश साहू ने दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए।

क्रेताओं ने यह भी बताया कि प्लॉट विक्रय का एग्रीमेंट और पैसों का लेनदेन अभिषेक के साथ हुआ था। इसका प्रमाण स्वरूप एग्रीमेंट की प्रति भी प्रशासन के पास उपलब्ध है।

एग्रीमेंट से खुला राज

प्रशासन के पास अब जितेश पवार और कमलेश जटिया नामक क्रेताओं के साथ किया गया एग्रीमेंट भी सामने आया है। इस दस्तावेज़ में यह स्पष्ट है कि अभिषेक ने 1891/मिनट-3/1 रकबा 0.666 हेक्टेयर भूमि में से 900 वर्ग फीट (30x30) क्षेत्रफल का प्लॉट बेचने का अनुबंध किया था।

इससे यह साबित होता है कि शिकायतकर्ता दिव्यांग कैलाश साहू की भूमि पर बिना अनुमति कॉलोनी काटी जा रही थी।

सड़क ठेकेदार ने नाम का किया खुलासा 

अवैध कॉलोनी में सड़क निर्माण भी किया गया। जिसको लेकर सड़क ठेकेदार कुलदीप बाढिका से जब बात की तो उन्होने सड़क बनाना स्वीकार किया और यह सड़क अभिषेक ने बनवाई ऐसा ठेकेदार का कहना है। 

अभिषेक और कैलाश ने थाने में की शिकायत

जांच के दौरान अभिषेक ने तो एसडीएम कार्यालय को कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन जावद थाने में दिव्यांग कैलाश साहू के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई कि उसकी छवि को धूमिल किया जा रहा है। तो वहीं दिव्यांग कैलाश साहू ने भी थाने में अभिषेक के खिलाफ धोखाधड़ी और अवैध कालोनी काटने को लेकर शिकायत दर्ज करवाई।

अब सवाल यह उठ रहा है कि अगर अभिषेक के खिलाफ लगे आरोप निराधार हैं तो वह प्रशासन के नोटिस का जवाब देने से क्यों बच रहा है? कहीं राजनीतिक दबाव में दिव्यांग शिकायतकर्ता को दबाने की कोशिश तो नहीं की जा रही?

15 अक्टूबर को सुनवाई, पटवारी रिपोर्ट होगी पेश

इस पूरे मामले की अगली सुनवाई 15 अक्टूबर को तय की गई है, जिसमें हल्का पटवारी की रिपोर्ट पेश की जाएगी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पहले ही निर्देश दिए हैं कि अवैध कॉलोनियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। ऐसे में उम्मीद है शिकायत में कोई भी दोषी हो लेकिन अवैध कॉलोनी को लेकर प्रशासन का इस मामले में ठोस एक्शन देखने को मिलेगा।

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