नीमच के कई पत्रकार जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे, जहां पर जिला कलेक्टर हिमांशु चंद्रा से नीमच में रेत व्यापार को लेकर हो रहे दादागिरी गुंडागर्दी और रेत के मन माफिक भाव को लेकर कलेक्टर को वास्तविक स्थिति से अवगत कराया ।
दरअसल बीते लंबे समय से देखने में आ रहा है नीमच जिले में रेत माफिया का आतंक काफी बढ़ गया है, केवल नीमच ही नहीं मनासा और जावद विधानसभा क्षेत्र में भी रेत माफिया सक्रिय हैं जिसके चलते एक गरीब आम व्यक्ति को अपने जीवन की कमाई से घर बनाना अब सपना होते जा रहा है । रेत माफियाओं द्वारा ओने पोने दाम पर राजस्थान से रेत लाई जाती है और नीमच जिले में दुगनी तिगने दाम पर बेचा जाता है । आम जन इन रेत माफियाओं की मनमानी और गुंडागर्दी से परेशान है, यह रेत माफिया न सिर्फ पत्रकारों को डराते धमकाते हैं बल्कि नेताओं को और प्रशासन को भी अपने जेब में होने का दावा करते हैं । नीमच जिले में रेत की यह कालाबाजारी लंबे समय से चल रही है ।
बीते 25 सितंबर 2024 को भी रेत माफिया आशीष चोपड़ा ने जिला कलेक्टर द्वारा दिए गए आदेश पर हो रही खनिज विभाग की कार्रवाई की कवरेज के दौरान पत्रकारों को अपशब्द बोलते हुए अहित करने की धमकी दे डाली थी, जिस मामले को पत्रकारों द्वारा जिला पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल के संज्ञान में लाया गया और एसपी ने पत्रकारों को सख्त कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
आज पत्रकारों ने जिला कलेक्टर से मुलाकात करते हुए कि जिले में राजनीतिक दबाव से परे जाकर निष्पक्ष कार्रवाई करते हुए रेत माफियाओं को नेस्ट ना बूंद किए जाने की मांग की। जिससे नीमच जिले वासियों को न्यूनतम मूल्य में रेत उपलब्ध हो सके । इस दौरान पत्रकार हरीश अहिर, कपिल सिंह चौहान, मुकेश सहारिया, संजय यादव, मुकेश गुप्ता, मनीष बागड़ी, राकेश मालवीय, मनीष कौशल, महैश जैन, राजू नागदा , मुकेश शर्मा, बबलू किलोरिया, पवन शिंदे, गोपाल मेहरा, राकेश गुर्जर, मनोज मीणा, विनोद गुर्जर, देव खताबिया, आसिफ अली सहित कई पत्रकार मौजूद रहे।