हनुमानताल के संजय गांधी वार्ड में दो साल की मासूम की हत्या उसी की चाची ने की थी। पुलिस ने चंद घंटे में ही हत्या का राज उजागर कर दिया। पुलिस के अनुसार बालिका को उसकी ही चाची ने गला दबाकर पहले मौत के घाट उतारा और फिर शव को घर के ही सोफे के नीचे छुपा दिया था। मामले में मंगलवार देर रात पुलिस ने आरोपित महिला को हिरासत में ले लिया है।
ज्ञात हो कि संजय गांधी वार्ड निवासी शकील मंसूरी मैकेनिक है। उनकी दो वर्षीय बेटी अलीजा सोमवार दोपहर रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गई थी। परिजनों और पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की। सोमवार रात ही अलीजा का शव उसके ही घर में सोफे के नीचे मिला। मंगलवार को पुलिस ने बालिका के शव का मेडिकल अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम के दौरान डॉक्टर ने बालिका की हत्या की आशंका जताई थी।
पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव स्वजन को सौंप दिया। पुलिस को पहले ही दिन से किसी अनहोनी का संदेह था। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने जब शकील के छोटे भाई अतीक मंसूरी की पत्नी अफसाना से पूछताछ की। पहले तो अफसाना ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया। लेकिन जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अलीजा की हत्या की वारदात को अंजाम देने की बात कबूली।
आरोपित अफसाना ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि दोपहर लगभग एक से डेढ़ के बीच वह प्रथम तल स्थित अपने कमरे में थी। तभी अलीजा उसके पास पहुंची। अलीजा को भूख लगी थी। अफसाना ने उसे कमरे में रखी कुछ चीजें खिला दी। इसके बाद अफसाना ने अलीजा को गोद में उठाया और उसे नीचे उसकी मां के पास छोड़ने जाने लगी। लेकिन अलीजा चाची के पास ही रहना चाहती थी। अलीजा जोर-जोर से रोने लगी।
अलीजा के रोने से अफसाना को इतना गुस्सा आया कि उसने अलीजा को चांटा मार दिया इससे वह अौर तेज आवाज में रोने लगी थी। चांटा यह बात अफसाना को नागवार गुजरी और उसने अलीजा का मुंह और नाक जोर से दबा दिया। जिस कारण अलीजा की सांस वहीं थम गई। अलीजा की मौत के बाद अफसाना ने उसके शव को घर के ही सोफे के नीचे छिपा दिया। किसी को उसे पर संदेह न हो इसलिए वह सबके साथ अलीजा को ढूंढने का नाटक करने लगी थी।