रीवा जिले का बैकुंठपुर कस्बा गोलियों की गूंज से थर्रा गया। पुलिस का कहना है कि गुरुवार की दोपहर 12 बजे एक बाइक में सवार होकर दो बदमाश आए। वे सीधे चिकित्सक के क्लीनिक पहुंचे। वहां हमलावरों को 80 वर्षीय बुजुर्ग सामने दिखे। पूछा डाॅ. दिवाकर सिंह कौन है। जवाब मिला, हां बताइये मैं ही दिवाकर सिंह हूं।
इतना सुनते ही हमलावर ने कट्टे से फायर कर दिया। गाेली कनपटी के बगल से निगली। ऐसे में एक दो छर्रे सिर के पास धस गए। जिससे रक्त बहने लगा। कुल मिलाकर चिकित्सक बाल-बाल बच गए है। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने बेहतर उपचार के लिए संजय गांधी अस्पताल रीवा लेकर गई। चिकित्सक पूरी तरह से स्वस्थ्य है।
बैकुंठपुर थाना प्रभारी श्रृंगेश सिंह राजपूत ने बताया कि डाॅ. दिवाकर सिंह 80 वर्ष मूलत: बेलवा सुरसरी सिंह गांव के रहने वाले है। वह करीब 6 दशक से बैकुंठपुर कस्बे के चौराहे में गंगा स्वीट के पास क्लीनिक संचालित करते है। उनका खुद का दिवाकर कॉम्प्लेक्स है। क्लीनिक का नाम लालबालमीक सिंह स्मृति चिकित्सालय है।
डाॅ. दिवाकर एमबीबीएस है। वे शिशु रोग विशेषज्ञ है। क्षेत्र का चर्चित व बड़ा नाम है। चर्चा है कि अज्ञात हमलावर बाइक में सवार होकर रीवा की तरफ से क्लीनिक के सामने पहुंचे। एक बदमाश बाइक पर बैठा रहा। जबकि दूसरा हमलाकर उतरकर अंदर गया। बदमाश ने डाॅ. दिवाकर सिंह से प्रश्न पूछा। कहा दिवाकर सिंह कौन है।
चिकित्सक का उत्तर मिलते ही। कट्टे से सिर के पास फायर कर दिया। हालांकि गोली लगी नहीं। पर कनपटी के पास गुजरने से झटका लगा। आशंका है कि चिकित्सक के सिर से छर्रे टकराए है। जिससे डाॅ. दिवाकर के सिर से खून निकलने लगा है। घटना के बाद बदमाश बाहर निकला। बाइक स्टार्ट कर सिरमौर की ओर भाग है।
पुलिस ने की नाकेबंदी
दिन दहाड़े फायरिंग की खबर गोली की तरह फैली। कस्बे के लोग हरकत में आ गए। कई लोगों ने समझदारी दिखाते हुए पुलिस को सूचना दी। जानकारी के बाद थाने से बल आया। वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुए नगर की नाकेबंदी की है। हालांकि हमलावरों का कहीं पता नहीं चला है। वहीं चिकित्सक पूरी तरह बच गए है।