मध्यप्रदेश में लगातार बस हादसों के बाद भी नीमच परिवहन विभाग सहित प्रशासन का अमला कुंभकर्णी नींद में दिखाई दे रहा है। बस मालिक यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ करते हुए जान जोखिम में डालकर यात्रियों को बसों की छतो पर बिठाकर हादसो को खुलेआम न्योता दे रहे हैं। परिवहन विभाग की जिम्मेदार ऐसी बसों पर कार्रवाई करने की जगह बस मालिक पर मेहरबान दिखाई दे रहे हैं।
रामपुरा तहसील क्षेत्र में सड़कों पर दौड़ रहे यात्री वाहनों में इन दिनों खुलेआम ओवरलोडिंग की जा रही है। अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि 52 सीटर बस में क्षमता से अधिक सवारियां सीटों पर बैठाई जा रही हैं। वहीं यात्रियों को बस सहित अन्य यात्री वाहनों की छतों पर किराया लेकर बैठाया जा रहा है।
हैरानी की बात तो यह है कि खुलेआम यात्रियों की जान से खिलवाड़ करने वाले इन वाहन संचालकों के खिलाफ न तो परिवहन विभाग और न ही पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही। इससे वाहन संचालकों के हौसले बुलंद हैं। गौरतलब है कि रामपुरा भानपुरा कोटा रूट पर चलने वाली जय श्री गणेश यात्री बस की हादसो को न्योता देती हुई यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ करते हुए तस्वीर सामने आई।
गौरतलब है कि जय श्री गणेश बस पहले भी कई बार सड़क हादसों का शिकार हो चुकी है। इसके बावजूद भी बस मालिक द्वारा यात्रियों की जान जोखिम में डालकर पैसा कमाया जा रहा है और खुलेआम हादसो को न्योता दिया जा रहा। रामपुरा से भानपुरा रूट पर सडको की हालत लगभग बड़े बड़े गड्डो मे तब्दील होकर दुर्घटना को अंजाम दे रहे है। फिर भी वाहन संचालक अपने लाभ के चलते यात्रियो की जान से खेल रहे है। सड़कों की हालत खराब होने के बाद भी ओवरलोड वाहन सड़कों पर तेज गति में दौड़ रहे हैं। अगर कोई दुर्घटना हो जाती है, तो पुलिस ऐसे वाहनों पर कुछ दिनों तक नजर रखती है, लेकिन बाद में स्थिति फिर से पहले जैसी हो जाती है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सवारियों से भरे ओवरलोड वाहन पुलिस के सामने से होकर निकलते हैं। उसके बाद भी इन को अनदेखा किया जा रहा है। रामपुरा क्षेत्र मे संचालित होने वाली बस संचालक अधिक मुनाफे के लिए सवारियों के जीवन से साथ ही खिलवाड़ कर रहे हैं। पुलिस अगर ऐसे वाहनों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करे तो ऐसे कई वाहन पकड़े जाएंगे। बिना परमिट के सड़कों पर दौड़ रहे वाहन, कई वाहनों के फिटनेस भी खत्म हो गया है। फिर भी वह ओवर सवारियां भरकर लेकर जा रहे हैं।
हाईटेंशन लाइन का डर
सफर के दौरान जो यात्री बसों की छत पर बैठकर यात्रा करते हैं। उनको कई बार रोड के ऊपर निकली हाईटेंशन लाइन से बचना पड़ता है। अगर इस दौरान कोई यात्री लाइन को देख न सके तो बड़े हादसे का डर रहता है। इन बसो मे किराया सूची न होने के कारण बस कंडक्टर और यात्रियों में आए दिन विवाद की स्थिति बनती है। परिचालक इन बसों में सफर करने वाले यात्रियों से मनमाना किराया वसूलते हैं और जब काेई यात्री इसका विरोध करने की हिम्मत दिखाता है तो बस चालक और परिचालक उसे रास्ते में ही बस से उतारने की धमकी देने के साथ बस में बैठी सवारियों के बीच बदसलूकी करने को तैयार रहते हैं।
खैर अब यह देखना होगा की नीमच से कोटा चलने वाली जय श्री बस गणेश की जो तस्वीर सामने आई है उसको लेकर क्या परिवहन विभाग और प्रशासन का अमला बस मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा ताकि दोबारा कोई बस मालिक यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ करते हुए ऐसे हादसों को खुलेआम न्योता न दें या फिर ऐसे ही परिवहन विभाग और प्रशासन की लापरवाही के चलते आम यात्रियों की जान के साथ बस मालिक खिलवाड़ करते रहेंगे और प्रशासन मुकदर्शन बना रहेगा।