नीमच जिला अस्पताल में उपचार के लिए लेकर आए एक महिला की अस्पताल में मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने मौके पर हंगामा करते हुए अस्पताल के डॉक्टर पर लापरवाही के आरोप लगाए और कहा कि अगर समय रहते, उपचार मिलता तो महिला की मौत नहीं होती।
मिली जानकारी के अनुसार सिंगोली निवासी चांदनी कुशवाहा पति मुन्नालाल कुशवाह उम्र लगभग 35 वर्ष को किडनी में समस्या थी, गुर्दे में सूजन आ रही थी इसके चलते महिला को तबीयत बिगड़ने पर उपचार के लिए परिजन नीमच लेकर आए। जहां सबसे पहले ज्ञानोदय अस्पताल ले गए। जहां पर परिजनों का कहना है कि गंभीर हालत के चलते भर्ती करने से मना कर दिया गया, जिसके चलते परिजन जिला अस्पताल लेकर आए।
मृतक महिला के बेटे राकेश कुशवाह ने अस्पताल के जिम्मेदारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि अपनी माता जी को उपचार के लिए 3 बजे जिला अस्पताल लेकर आए थे। जहां अस्पताल में भर्ती करने के पश्चात किसी भी डॉक्टर ने उन्हें देखा नहीं। 5 बजे ड्यूटी डॉक्टर आए लेकिन वह भी देख कर सिर्फ ड्रिप लगा कर चले गए।
महिला की हालत बिगड़ती हुई देख बेटा अस्पताल के स्टाफ के चक्कर लगाता रहा। 6 बजे अस्पताल के स्टाफ ने आकर महिला का बीपी चेक किया। जिसके बाद महिला की तबीयत बिगड़ती गई और ऑक्सीजन के लिए बेटा अस्पताल स्टाफ को कहता रहा लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। जिसके चलते अस्पताल में महिला चांदनी कुशवाहा की मौत हो गई।
मृतक महिला के बेटे राकेश कुशवाह ने मीडिया से बातचीत के दौरान जिला अस्पताल के डॉक्टर सहित स्टाफ पर लापरवाही के आरोप लगाए और कहा कि मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और मुझे न्याय मिलना चाहिए। अस्पताल स्टाफ की लापरवाही के चलते मेरी मां की मौत हो गई।