नीमच जिले के जावद विधानसभा के रतनगढ़ घाट बनने को लेकर मुख्य मार्ग बंद किया गया था। इस दौरान घाट तो अभी तक बनकर तैयार नहीं हुआ लेकिन आवागमन बंद होने के दौरान इसका फायदा उठाकर अवैध रूप से डबल मंजिला नीचे दुकाने और ऊपर निर्माण बनाने का काम धड़ल्ले से चल रहा है। दरअसल यह जगह वही है जहां पूर्व में प्रशासन द्वारा अवैध दुकानों को धराशाई करते हुए जेसीबी चलाई गई थी।
रतनगढ़ क्षेत्र में प्रशासन ने बड़ा खेल किया। जहां पहले तो दुकानों की जगह को आबादी क्षेत्र में लिया गया। और फिर वहां पर आवास हीन लोगों को पट्टे जारी किए गए। पट्टे जिन लोगों को जारी हुए उनमें भी पूरी तरीके से सेटिंग का खेल हुआ। जिन लोगों को वास्तविक में आवास की आवश्यकता है जिनके पास रहने को कोई जगह नहीं है उन लोगों को जारी न करते हुए सेटिंग से बहोत से लोगों को पट्टे जारी किए गए।
फिलहाल मौके पर नीचे दुकान ऊपर मकान बनाने का खेल चल रहा है। ग्राम पंचायत द्वारा इस निर्माण कार्य को कोई अनुमति जारी नहीं की गई। ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि जब निर्माण कार्य चल रहा है तो उसे रुकवाया क्यों नहीं जाता, बाद में प्रशासन की जेसीबी जाकर निर्माण को धराशाई करती हैं।
हालांकि उमर पंचायत के अंतर्गत आबादी क्षेत्र में इस भूमि को घोषित कर दिया गया है जिसके चलते हमने पंचायत सचिव मक्खन सिंह चुंडावत से बात की तो उन्होंने कहा है कि वर्तमान में रामनिवास पिता नानालाल धाकड निवासी उमर, बंशीलाल पिता रामचंद्र धाकड निवासी उमर द्वारा डबल मंजिला निर्माण किया जा रहा है। जिन्हें नोटिस जारी किया गया है। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रतनगढ़ घाट के ऊपर जिस जगह पहले अवैध दुकानों को धराशाई किया गया था उसको आबादी क्षेत्र में लाकर किस प्रकार से पट्टे जारी किए गए। इसको लेकर जल्द बड़ा खुलासा मय दस्तावेजों के किया जाएगा।