अपुन के नीमच जिले के जावद विधानसभा के रतनगढ़ में सरकारी बेशकीमती जमीन पर अवैध अतिक्रमण के मामले में भाजपा से जुड़े उपाध्यक्ष पति और वर्तमान नगर परिषद पार्षद का मौके पर अवैध अतिक्रमण पाया गया। जिस पर पटवारी ने रिपोर्ट बनाकर तहसीलदार को प्रस्तुत की। प्रदेश हलचल के समाचार के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई दिखाई दे रहे हैं।
सूत्रों की माने तो पूरे मामले में प्रशासन पर अवैध अतिक्रमण नहीं हटाने को लेकर येन केन प्रकार से दबाव बनाया जा रहा है। अपुन के एक नेता जी ने तो इसके लिए धना धन फोन की घंटियां घुमाना शुरू कर दी और यहां तक की चर्चा है कि छुट भैया नेता चौराहे पर धमकी दे रहे हैं कि अगर अवैध अतिक्रमण पर जेसीबी चली तो अधिकारी का ट्रांसफर करवा देंगे।
अवैध अतिक्रमणकर्ता नेताओं के खास
रतनगढ़ क्षेत्र में जब भी भारतीय जनता पार्टी से जुड़े नेता की आमद होती है तो फोटो में सबसे पहले सरकारी बेशकीमती जमीन पर अवैध अतिक्रमण करने वाले ही दिखाई देते हैं और नेताओं के साथ फोटो खिंचवा कर अपने स्टेटस और फेसबुक पर दिखा कर रौब झाड़ने का प्रयास करते हैं। लेकिन यह भूल जाते हैं कि नेताओं के साथ फोटो खिंचवाने वालों का दामन साफ होना चाहिए बल्कि अपने व्यक्तिगत लालच और सरकारी जमीनों पर कब्जे के चक्कर में भाजपा से जुड़े होकर पार्टी की छवि खराब कर रहे हैं। साथ ही जिन नेताओं के साथ फोटो खिंचवा रहे हैं उनकी भी साख खराब होती दिखाई दे रही। आज भी रतनगढ़ क्षेत्र में कुछ ऐसा ही देखने को मिला।
क्या चलेगी जेसीबी या फिर दबाव में रहेगा प्रशासन
जब मामला आम लोगों का होता है तो रतनगढ़ प्रशासन जेसीबी लेकर तुरंत कार्रवाई करने पहुंच जाता है। अब रतनगढ़ नगर के मुक्तिधाम मार्ग पर सुलभ कांपलेक्स के पास में बेशकीमती सरकारी जमीन के मामले में देखना यह होगा कि क्या प्रशासन निष्पक्ष कार्रवाई करते हुए मामा शिवराज की जेसीबी चलाएगा और सरकारी जमीन को अवैध अतिक्रमण ताओं के कब्जे से मुक्त करवाया जाएगा या फिर अपणु के नेता जी की दनादन फोन की घंटियों के दबाव में आकर प्रशासनिक अधिकारी ऐसे बेशकीमती जमीनों पर कब्जा करने वाले को संरक्षण देंगे।