मध्यप्रदेश के नीमच जिले की तीनों विधानसभा में 2023 के समीकरण अभी से बनते दिखाई दे रहे हैं। नीमच विधानसभा में टिकट की लालसा के चलते पार्टी मे बास बनने की होड़ मची हुई है। और भाजपा की आपसी गुटबाजी भी चरण सीमा पर दिखाई दे रही है। पार्टी में वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के सम्मान में भी इन दिनों कमी आई है। अपनी गुट के नेता को मंच पर बराबर तवज्जो देने की तस्वीरें देखी जा रहे हैं। भाजपा के सालों से पार्टी से जुड़े नेताओं से ज्यादा तो कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए नेताओं को मंच पर सम्मान मिलता दिखाई दे रहा है।
ग्राम पंचायत व नगरी निकाय के 2022 के चुनाव परिणामों ने कुछ चेहरे को कमजोर कर दिया तो कुछ और प्रबल बना कर रख दिया। हालांकि इस बार प्रदेश स्तर की राजनीति से ही बड़े उलटफेर की संभावना बताई जा रही है। और अधिकतर नए चेहरे विधानसभा के दावेदार हो सकते हैं।
भाजपा समीकरण की चर्चा
अगर बात करे नीमच विधानसभा की तो नीमच विधानसभा में वैसे तो दिलीप सिंह परिहार विधानसभा के दावेदार हैं लेकिन इस बार बदलाव की संभावना बताई जा रही है और पवन पाटीदार को प्रदेश स्तर से विधानसभा की दावेदारी का मौका मिल सकता है। वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रति समर्पित रहने वाले महेंद्र भटनागर भी इस बार विधानसभा के दावेदार दिखाई दे रहे हैं। वहीं पुर्व नगरपालिका अध्यक्ष राकेश पप्पू जैन को नगरपालिका के चुनाव मे टिकट नहीं दिया गया जिसके चलते विधानसभा में वह भी दावेदार हो सकते हैं।
भाजपा में महिलाओं की नाराजगी
वर्तमान नगरी निकाय और जिला पंचायत चुनाव में सक्रिय महिलाओं को नजरअंदाज करने को लेकर भारतीय जनता पार्टी में महिलाओं की खासी नाराजगी देखी जा रही है। इस नाराजगी को खत्म करने के लिए विधानसभा में सक्रिय महिला को मौका भारतीय जनता पार्टी दे सकती हैं। साथ ही पिछड़ा वर्ग से विधानसभा में पिछले 15 सालों में किसी को मौका नहीं मिला तो ऐसे में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अवंतिका जाट ऐसा नाम है जो सक्रिय महिला होकर पिछड़ा वर्ग से आती हैं। इसलिए नाराज जी को खत्म करने के लिए पार्टी नीमच में बदलाव करते हुए पिछड़ा वर्ग से भारतीय जनता पार्टी में सक्रिय महिला अवंतिका मेहर सिंह जाट के नाम पर भी विचार कर सकती हैं।
नीमच विधानसभा में जिला पंचायत और नगरी निकाय में बिगड़े समीकरण
नीमच विधानसभा में वर्ष 2022 में हुए जिला पंचायत और नगरी निकाय के चुनाव में भाजपा की समीकरण बिगड़ते दिखाई दिए। जिला पंचायत के 2 वार्ड में भाजपा ने विजय हासिल की तो भाजपा का गढ़ कहे जाने वाले में वार्ड नंबर 6 में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा। वही नगरी निकाय की बात करें तो जीरन नगर परिषद पर फिर भाजपा ने अपनी विजय हासिल की। नीमच नगर पालिका में भाजपा ने विजय जरूर हासिल कर ली लेकिन अगर जनता के समर्थन की बात करें तो पिछली बार की तुलना में इस बार नगरी निकाय चुनाव में भाजपा को पहले से जनता का कम समर्थन मिला है। ऐसे में नीमच में भाजपा वर्तमान में कमजोर दिखाई दे रहे हैं जिसके चलते बड़े बदलाव की संभावना है।
कांग्रेस समीकरण की चर्चा
नीमच विधानसभा की कांग्रेस की राजनीति में पिछली बार तो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की आपसी गुटबाजी के चलते बाहरी चेहरे को मौका दिया गया जिसके चलते नीमच विधानसभा में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। इस बार चर्चा है कि कमलनाथ सिंगल नाम पर अपनी सहमति जता सकते हैं। विधानसभा का चेहरा कमलनाथ के खास उमराव सिंह गुर्जर के बनने की संभावना है। वहीं कांग्रेस पार्टी में सक्रिय महिला की बात करें तो मधुबंसल भी इस बार विधानसभा की दावेदार बन सकती हैं। क्योंकि नगरी निकाय और जिला पंचायत में उन्हें कोई मौका नहीं मिला। वैसे तो सबसे प्रबल नाम हाल ही में भाजपा को करारी हार देने वाले वार्ड क्रमांक 6 के जिला पंचायत सदस्य तरुण बाहेती का भी दिखाई दे रहा है। जो हर युवा से लगाकर बुजुर्ग व्यक्ति की पसंद बन चुके हैं। लेकिन जिला पंचायत सदस्य में उन्हें मौका मिलने के कारण उन की संभावना कम बताई जा रही हैं।