नीमच जिले के दो अलग-अलग रामपुरा और सिटी थाना क्षेत्र में दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का मामला सामने आया। पूरे मामले में एसपी सूरज कुमार वर्मा के संज्ञान में मामला आने के बाद एफआईआर दर्ज की गई।
नीमच पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा से मिली जानकारी के अनुसार रामपुरा थाने पर एएसआई राजेश वसुनिया द्वारा थाना क्षेत्र में मर्ग जांच के दौरान एक सुसाइड नोट मिला था लेकिन मर्ग जांच डायरी में वह सुसाइड नोट नहीं मिला। और साक्ष्य को छुपाया गया। जिस पर लापरवाही पाए जाने पर पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा के निर्देशों पर रामपुरा थाने में एसआई राजेश वसुनिया के खिलाफ धारा 201 के तहत मामला दर्ज किया गया।
वही दूसरा मामला नीमच सिटी थाना क्षेत्र में पिछले दिनों हुए विवाद को लेकर प्रधान आरक्षक केके बैरागी के खिलाफ नीमच सिटी थाने में धारा 452, 147, 149 और 323 में दर्ज किया गया। एसपी सूरज कुमार वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि 3 से 4 दिन पूर्व अपने पड़ोसी से हुए विवाद के बाद दोनों पक्ष थाने आए थे। जहां पुलिसकर्मी केके बैरागी द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने साथियों के साथ सामने वाले पक्ष पर दबाव बनाने की नियत से मारपीट की गई थी धक्का-मुक्की की गई थी। इस मामले में थाने के कैमरे चेक किया जाए और सामने वाले पक्ष के बयान लेने के बाद एफआईआर दर्ज की गई।
एसपी बोले अनुशासन सबसे पहली प्राथमिकता
एसपी सूरज कुमार वर्मा ने मीडिया को बातचीत के दौरान बताया कि पुलिस विभाग में स्पष्ट है कि कोई भी जो गतिविधियां हो वो अनुशासन में हो क्योंकि हम लोग समाज के रक्षक हैं। इसलिए हमारी अतिरिक्त जवाबदारी है कि हमारा व्यवहार सबसे अच्छा हो और अगर किसी के द्वारा जानबूझकर विभागीय प्रक्रिया में व्यवधान डाला जाता है तो विभागीय जांच भी की जाती हैं और अगर उसमें कोई अपराधिक कृत्य होता है तो उसके अनुसार मामला भी दर्ज किया जाएगा।