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जनता के बीच हार का डर, नपा चुनाव में जनता ने ससुर जी को नकारा, अब 32 वोट पाकर बहु बनी पार्षद, अध्यक्ष की कुर्सी की लालसा, पढ़िए खास खबर

Pradesh Halchal - डेस्क रिपोर्टर July 18, 2022, 9:37 pm Technology

शहर के नगरीय निकाय चुनाव में वार्ड नंबर 33 मैं एक ऐसा चेहरा जो 32 वोट पाकर पार्षद बन गए और अब अध्यक्ष की कुर्सी के लिए ससुर जी के हर संभव प्रयास दिखाई दे रहे हैं। किसी भी हाल में अध्यक्ष की कुर्सी इनके हाथ से निकल ना जाए ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं।

ससुर जी की अध्यक्ष बनने की चाहत वर्ष 2004 से दिखाई दे रही है। लेकिन जनता ने इनको 2004 के नगर पालिका चुनाव में एक सिरे से नकारते हुए सात हजार के लगभग वोटों से हार का सामना करना पड़ा।

इस बार भी अपने घर में अध्यक्ष कुर्सी की चाहत में ससुर जी ने अपनी बहू को वार्ड नंबर 33 में चुनावी मैदान में उतारा ताकि जनता की पसंद ना बने तो क्या हुआ वार्ड 33 में 32 वोट पाकर पार्षद तो बन सकते हैं।

आखिर क्यों चुना यही वार्ड, कही जनता का डर तो नहीं 

शहर के चौराहे पर इन दिनों चर्चा है कि भाई साहब ने जानबूझ कर चुनाव के लिए अपनी बहू को इसी वार्ड मैं उतारा था ताकि आसानी से चुनाव जीता जा सके। दूसरे वार्डो में भाई साहब को वर्ष 2004 में हुई हार का परिणाम याद आ रहा था। जिसके चलते वार्ड नंबर 33 में 32 वोट पाकर पार्षद बनना आसान हुआ। इसमें भी खरीद फरोख्त के ऑडियो तक सामने आ गए।  

अध्यक्ष की कुर्सी, बैठकों का दौर शुरू

नपाध्यक्ष की कुर्सी के लिए ससुर जी से लगाकर अलग-अलग खेमे के लोग अपनी जुगाड़ में लग गए। यहां तक की कुर्सी के लिए चर्चा है कि पेटियों में बोली तक लगाई जा रही है। धनबल के दम भी कुछ लोग इस कुर्सी को पाना चाहते हैं।

टिकट वितरण के कारण कई वार्डों में हुई हार

नगर पालिका के चुनाव 2022 में भाजपा जरूर जीत का दावा कर रही है लेकिन असल में भाजपा को पिछली बार की तुलना में वार्डो में हार का सामना करना पड़ा और मात्र 23 सीटों पर ही भाजपा विजय प्राप्त कर पाई। ऐसे मे अब देखना होगा कि अध्यक्ष की कुर्सी के लिए भी क्या वार्ड में टिकट आवंटन की तरह परिवारवाद चलेगा या फिर संगठन और पार्टी में सक्रिय योग्य महिलाओं को मौका दिया जाएगा।

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