त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर नीमच जिले में तृतीय चरण के मतदान संपन्न हुए। जिसके बाद सोशल मीडिया पर मनासा के रामपुरा क्षेत्र के देवरान का एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमें सरपंच पद के लिए प्रत्याशी ने पहले तो जनता को पैसे बांटे और बाद में हार हुई तो लोगों से अपने साथियो के साथ दबंगई करते हुए वसूली करने पहुंच गया।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया और फरियादी समरथ मेघवाल की शिकायत पर देवरान पंचायत में सरपंच प्रत्याशी के रूप में हारे हुए उम्मीदवार व उसके सहयोगी साथियो के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में कुछ लोग ग्रामीणों के घर-घर दस्तक देकर उनसे रुपयों की वसूली करते दिखाई दिए। कुछ लोगों के साथ मारपीट की गई तो कुछ लोगों को धमकाकर वसूली की गई। दरअसल यह वीडियो नीमच जिले की मनासा जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत देवरान से सरपंच पद के प्रत्याशी राजू दायमा का बताया गया।
बताया जा रहा है कि चश्मा चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने वाले दायमा ने पहले पैसे बांटकर मतदाताओं को प्रलोभन दिया लेकिन जब चुनाव में किसी दूसरे प्रत्याशी की जीत हो गई, तो राजू और उसके समर्थक बोखला गये। गांव-गांव में जाकर वोटरों को डरा धमकाकर दिए हुए रुपयों की वसूली की गई। सूत्र बताते हैं कि महज डेढ़ दो घंटे में साढ़े चार लाख रुपए की वसूली कर ली गई। वीडियो के वायरल होते ही हड़कंप मच गया। पुलिस ने वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए आरोपी राजू दायमा के खिलाफ मारपीट, धमकाने का मामला दर्ज किया है, साथ ही वायरल वीडियो की भी जांच शुरू की है। इधर विधि विशेषज्ञ इस घटना को लेकर निर्वाचन आयोग और प्रशासन की भूमिका पर प्रश्नचिन्ह लगा रहे हैं।