मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत प्रदेश के लोक स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग द्वारा नीमच को चलित खाद्य प्रयोगशाला वाहन मिला है। चलित खाद्य प्रयोगशाला लैब के माध्यम से अब जिले में कोई भी नागरिक मात्र 10 रुपए का शुल्क देकर खाद्य पदार्थ की शुद्धता की जांच करवा सकता है।
नीमच कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने आज चलित खाद्य प्रयोगशाला को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। गौरतलब है कि प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉक्टर प्रभुराम चौधरी ने मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत तीन नई चलित खाद्य प्रयोगशालाओं को नीमच, छिंदवाड़ा और भिंड जिले के लिये मंगलवार को निवास कार्यालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था। जो बुधवार को नीमच पहुंची।
मिलावट से मुक्ति के लिए अभियान
कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने बताया कि शासन द्वारा चलाए जा रहे मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत नीमच को चलित खाद्य प्रयोगशाला वाहन मिला है। चलित खाद्य प्रयोगशाला के माध्यम से कोई भी व्यापारी और नागरिक मिलावत का अंदेशा होने पर मात्र 10 रुपए शुल्क देकर खाद्य पदार्थ की शुद्धता की जांच करवा सकता है।
खाद्य अधिकारी संजीव मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि चलित खाद्य प्रयोगशाला नीमच जिले को मिली है लेकिन शेड्यूल अनुसार मंदसौर और रतलाम जिले में भी भेजी जाएगी। इसका उद्देश केवल मिलावट से मुक्ति है। किसी पर भी चालान बनाना इसका उद्देश नहीं है। इसमें प्रयोगशाला में व्यापारी, आम नागरिक, किराना, होलसेलर, भी इस चलित खाद्य प्रयोगशाला के माध्यम से 10 रूपए में जांच करवा सकते हैं। उसमें मिलावट होने पर उसे लेना बंद कर सकते हैं। इस दौरान कलेक्टर मयंक अग्रवाल, अतिरिक्त कलेक्टर सुनील राज नायर, खाद्य अधिकारी संजीव मिश्रा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।