नीमच जिले के जीरन थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले हर्कियाखाल बालाजी मंदिर हुई चोरी की वारदात के मामले में जीरन पुलिस ने सफलता हासिल करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। वहीं आरोपी के कब्जे से 45 हजार रूपये नगद व चोरी की वारदात में उपयोग किए गई सामग्री भी जप्त की गई।
घटना का संक्षिप्त विवरण - फरियादी लक्ष्मीनारायण पिता रामलाल शर्मा उम्र 55 साल निवासी हर्कियाखाल पुजारी हर्कियाखाल बालाजी मंदिर के द्वारा दिनांक 17.01.2022 को थाना जीरन पर रिपोर्ट किया कि दिनांक 16-17.01.2022 के रात्रि में किसी अज्ञात बदमाशों के द्वारा मंदिर का ताला तोड़कर अंदर घुसकर दानपेटी का ताला तोड़कर उसमें रखे रूपये व थाली में रखे रूपये चुराकर ले जाने बाबत रिपोर्ट किया।
फरियादी की रिपोर्ट पर से थाना जीरन पर अज्ञात बदमाश के विरूद्ध अपराध क्रं. 020/2022 धारा 457,380 भादवि का कायम कर अज्ञात आरोपियों की पतारसी व विवेचना प्रारम्भ की गई। प्रकरण में अज्ञात आरोपियों की पतारसी हेतु 10 हजार का ईनाम उदघोषित किया गया था।
पुलिस अधीक्षक नीमच सुरज कुमार वर्मा , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुन्दरसिंह कनेशन के निर्देशन मेे जीरन थाना प्रभारी निरीक्षक योगेन्द्र सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में टीम गठित कर अज्ञात आरोपियों की तलाश प्रारम्भ किया गया। दिनांक 23.01.2022 को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर व मुखबीर की सूचना पर दबिश देकर आरोपी मुकेश उर्फ मुरली पिता दिनेश भांभी उम्र 28 साल निवासी नई आबादी ग्राम कुचड़ोद थाना जीरन, जितेन्द्र उर्फ लाला पिता बालूराम बावरी उम्र 28 साल निवासी अरनिया चुण्डावत रोड़ ग्राम कुचड़ोद थाना जीरन, कारूलाल पिता बंशीलाल नायक उम्र 21 साल निवासी ग्राम कुचड़ोद थाना जीरन, को गिरफ्तार किया गया। वही आरोपियों से चोरी के 45 हजार रूपये नगदी व लोहे की टामी, पेचकस का मश्रूका जप्त किया गया। प्रकरण में गिरफ्तार आरोपियों से घटना में प्रयुक्त वाहनों एवं संलिप्त अन्य फरार आरोपी सिकन्दर निवासी ग्राम कुचड़ोद थाना जीरन व मदनलाल निवासी नीमगाॅव राजस्थान के सम्बन्ध में व अन्य चोरी के अपराधों के सम्बन्ध में पूछताछ की जा रही है।
सराहनीय भूमिका:-
उक्त कार्यवाही मे सउनि रामपालसिंह, सउनि वाय.के. कारपेन्टर, प्रआर प्रकाश सिनम, प्रआर प्रणव तिवारी, प्रआर प्रदीप शिन्दे, आर लखन, आर गोपाल पाटीदार, आर राम पाटीदार, आर विवेक धनगर, आर लोकेन्द्र आर्य, आर श्रीपाल सिंह, आर विक्रम धनगर, सैनिक बलवन्त सिंह का सराहनीय योगदान रहा ।