नीमच जिले के जावद जनपद के अंतर्गत आने वाले धारड़ी ग्राम पंचायत में जीवित मजदूरों को मृत बताकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर 12 लाख रुपए शासन के गबन के मामले में जनपद पंचायत जावद सीईओ के जांच प्रतिवेदन के पश्चात ग्राम पंचायत सचिव व रोजगार सहायक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया।
ग्राम पंचायत सचिव कन्हैयालाल धाकड़ व सचिव (रोजगार सहायक) कालूराम रेगर द्वारा संबल योजना में जीवित व्यक्तियों को मृत बताकर उनके फर्जी आवेदन तैयार कर फर्जी खाते खुलवाकर शासकीय दस्तावेजों में कूटरचना कर 12 लाख रूपये के गबन मामले में जावद जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकाश पिता मनोहरलाल धार्वे के जांच प्रतिवेदन के आधार पर सिंगोली पुलिस ने 19 जनवरी बुधवार को ग्राम पंचायत धारड़ी के सचिव कन्हैयालाल धाकड़ व सहायक सचिव (रोजगार सहायक) कालूराम रेगर के खिलाफ धारा 467, 468, 471, 409, 420, 120-बी, 34 भादंवि में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है।
जीवित मजदूरों को मृत बताकर किया लाखों का गबन
ग्राम पंचायत मे जीवित मजदूरों को मृत बताकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर लाखों के गबन के मामले में ग्राम पंचायत धारड़ी के दिनेश धाकड़ ने शिकायत की थी कि सहायक सचिव ने संबल योजना में जीवित व्यक्तियों को मृत बताकर उनके फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर फर्जी तरीके से शासन की योजना के 2-2 लाख रूपये उनके नाम से निकलवाये जबकि वे व्यक्ति मृत है। इस पर तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की गई थी। जांच समिति ने 8 प्रकरण की जांच की व उन व्यक्तियों के बयान लिये जिन्हें मृत बता दिया गया था। जांच व बयान उपरांत 12 लाख का गबन पाया गया। इस पर विभागीय कार्यवाही के साथ पुलिस कार्यवाही भी की गई।
इन्हें मृत बताया था - मामले में शांतिबाई पति मेघराज रेगर निवासी लाड़पुरा, कंचनबाई पति मांगीलाल नायक ग्राम अरनिया, जेतीबाई पति रामलाल रेगर निवासी धारडी, रोशनबाई पति अशोक हरिजन निवासी धारडी, लीलाबाई पति बंशीलाल रेगर निवासी धारडी को मृत बताया तथा 2 मामलों में परिजनों के द्वारा आवेदन नहीं देने पर भी फर्जी आवेदन लगाकर सभी के खाते से 2-2 लाख रूपये निकाल लिये गये।
सचिव हो चुका है निलंबित-
ग्राम पंचायत में हुए फर्जीवाड़े की शिकायत के बाद जांच पूर्ण होने पर सचिव कन्हैयालाल धाकड़ को निलंबित किया जा चुका है। वहीं सहायक सचिव कालूराम रेगर पर सेवा समाप्ति की तलवार लटकी हुई है।