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मनासा विधायक के खिलाफ कार्यवाही की मांग, वनरक्षकों के साथ हो रही घटनाओ को लेकर वन कमर्चारी हुए लामबंद, लगातार तीन घटनाए, ज्ञापन सौपते हुए की मांग, पढ़िए पूरी खबर

Pradesh Halchal June 19, 2023, 7:07 pm Prasasanik

नीमच जिले के मनासा में बीते दिनों विधायक मारू द्वारा वन विभाग की टीम को लताड़ लगाते हुए जो वीडियो वायरल हुआ था उस मामले में ऐसा देखा जा रहा है कि वन विभाग के कर्मचारी लामबंद होते हुए दिखाई दे रहे हैं। वन कर्मचारियों के आरोप है कि इस घटना के बाद से ही वन रक्षकों के साथ लगातार अभद्र घटनाएं सामने आई है जिसको लेकर वन कर्मचारियों में आक्रोश है। आज वन कर्मचारियों ने लामबंद होते हुए वन मंडल अधिकारी के नाम एसडीओ नीमच को ज्ञापन सौंपते हुए विधायक मारू के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई।

एक सप्ताह में दो घटनाएं आई सामने

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दरअसल 15 जून 2023 को डीकेन चौकी क्षेत्र के मांडा बीट प्रभारी अशोक दास बैरागी के साथ फोन पर धमकी देने का मामला सामने आया था वही 16 जून को कुकड़ेश्वर बीट प्रभारी शैलेंद्र शर्मा वनरक्षक को मुख्यालय लौटते समय रास्ते में 4 व्यक्तियों द्वारा रोका गया और मुंह पर कपड़ा बांधकर क्षेत्र में आने पर देख लेने की धमकी दी गई। 6 जून को बीट पालरी के कक्ष क्रमांक 305 में रोपण क्षेत्र की सीपीडब्ल्यू के निर्माण कार्य चल रहा था जिसमें अतिक्रमणकारियों निवासी टामेटी द्वारा रोक दिया गया। श्रमिकों को धमकाया गया, जिसकी सूचना परिक्षेत्र कार्यालय में 7 जून 2023 को दी गई। भदाना की घटना के बाद का टामोटी के अतिक्रमण ताओं के हौसले बुलंद हो गए और आज दिनांक तक दीवार का काम बंद है।

वन कर्मचारियों ने ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया कि भदाना की घटना के संबंध में विधायक माधव मारू द्वारा वन कर्मचारियों व अधिकारियों के साथ अभद्र व्यवहार करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से पूरे वन मंडल में अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हो गए और विभाग की छवि खराब हुई, सोशल मीडिया और लोकल मीडिया में भदाना की घटना के संबंध में भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है, उसका खंडन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया जाए।

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वन रक्षकों की मांगे -

1. भदाना में अतिक्रमण की जो कार्रवाई अधूरी रह गई उसे पूर्ण किया जावे, जिससे कर्मचारियों का मनोबल बढ़े।
02. सोशल मीडिया पर वन विभाग के खिलाफ जो खबर चल रही है, उसका प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के खण्डन किया जावे।
03. तरूण बोरीवाल, वनरक्षक व नरेन्द्र जाट, वनरक्षक को बिना कारण बताओं सूचना पत्र के उसका पक्ष जाने बिना निलंबित किया गया। उनकी जांच जल्दी पूरी कर बहाल किया जाये ।
04. विधायक द्वारा जो अभद्र टिप्पणी की गई, वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उनके खिलाफ कार्रवाई की जावे ।
05. किसी भी वनरक्षक के साथ एफआईआर ना होकर विभागीय रूप विभागीय रूप से कार्रवाई की जावे ।
06. ड्यूटी के दौरान कोई घटना होने पर व्यक्तिगत रूप से एफआईआर एवं आरोपियों के विरुद्ध वरिष्ठ द्वार यदि संबंधित आरोपियों द्वारा किसी विभागीय कार्रवाई के विरूद्ध किसी भी कर्मचारी के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया जाता है, तो पुलिस विभाग द्वारा सीधे प्रकरण दर्ज न किया जाकर विभाग प्रमुख के संज्ञान में लाया जावे व उनकी स्वीकृति उपरान्त ही आगामी कार्रवाई हो, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जावे ।

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