प्रदेश हलचल की खबर का बड़ा असर हुआ है। बघाना क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों के खिलाफ प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए 5 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर नोटिस जारी कर दिए हैं। इसमें निजाम टेलर, सौरभ कोच्चेटा, सतीश मित्तल, मन्नू भाई और नफीसा बी के नाम प्रमुख रूप से शामिल हैं। अब जल्द ही एफआईआर दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई की जा सकती है।
जानकारी के अनुसार, बघाना के नाका नंबर 4 क्षेत्र में तीन अलग-अलग स्थानों पर अवैध कॉलोनियों का निर्माण कर आमजन को प्लॉट बेचे गए। इनमें खसरा नंबर 349, 351, 217, 220 और 221/22 शामिल हैं, जहां दर्जनों प्लॉटों की अवैध रजिस्ट्री की गई।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इन अवैध कॉलोनियों को वैध बताकर आम लोगों से मोटी रकम वसूली गई, और राजस्व विभाग के कुछ अधिकारियों की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। सूत्रों के अनुसार निजाम टेलर इस अवैध कॉलोनी नेटवर्क का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है, जिसे कुछ विभागीय अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है।
लेकिन जब यह पूरा मामला प्रदेश हलचल द्वारा प्रमाणों सहित उजागर किया गया, तब जाकर प्रशासन सक्रिय हुआ। पटवारी से लेकर तहसीलदार तक हरकत में आए और पूरे मामले में एसडीएम ने निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
तहसील कार्यालय द्वारा तीनों मामलों में प्रथम दृष्टया अवैध कॉलोनी और फर्जी रजिस्ट्रियों की पुष्टि करते हुए नोटिस जारी किए गए हैं। अब सीएम मोहन यादव के सख्त निर्देशों के अनुसार इन पर एफआईआर दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी।
जनता को मिला न्याय का संकेत
इस कार्रवाई से जनता में यह संदेश गया है कि अब कोई भी अवैध कॉलोनी या फर्जीवाड़ा करने वाला बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही, यह भी उम्मीद जगी है कि आमजन को ठगने वालों पर कानून का शिकंजा कसने की दिशा में यह पहला मजबूत कदम है।