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बेशकीमती सरकारी जमीनों की हेरा फेरी, कलेक्टर के सख्त निर्देशों के बाद भी जांच ठंडे बस्ते में, तत्कालीन तहसीलदार और पटवारी ने किया खेल, पढिए पूरी खबर

सिंगोली - July 29, 2024, 11:27 am Technology

नीमच के सिंगोली क्षेत्र में बैशकीमती सरकारी जमीनों की हेरा फेरी के मामले में कलेक्टर के सख्त निर्देशों के बाद भी स्थानीय राजस्व विभाग की जांच ठंडे बस्ती में दिखाई दे रही है। और क्षेत्र में चर्चा है कि दोषियों को बचाने का खेल खेला जा रहा है। क्योंकि बेश कीमती सरकारी जमीन के घोटाले के मामले में तत्कालीन तहसीलदार और पटवारी की अहम भूमिका रही थी। जिसके चलते सरकारी भूमि पर निजी खाता बना दिया गया। शिकायत के बाद प्रशासन हरकत में आया और तहसीलदार राजेश सोनी ने निष्पक्ष कार्यवाही करते हुए उक्त भूमि पर स्थगन आदेश जारी किया गया। लेकिन जांच जिनको सौंपी गई है वो जांच के नाम पर सिर्फ औपचारिकता पूरी की जा रही है। पूरा मामला ठंडा बस्ती में दिखाई दे रहा है

दरअसल शिकायतकर्ता दीपक तिवारी ने दस्तावेजों के साथ में शिकायत की थी और आरोप लगाए थे कि सिंगोली में बेश कीमती सरकारी जमीनों की हेरा फेरी का खेल खेला गया। और उन पर अवैध कॉलोनी काटते हुए प्लांट बेच दिए गए। दरअसल शासन द्वारा जो पखवाड़ा चलाया गया था उसमें तत्कालीन पटवारी की मिली भगत से सरकारी जमीनों की हेर फेर करते हुए नए खाते बनाए गए और कौशल्या बाई नवीन तिवारी और अनिल जैन के नाम पर सरकारी जमीन कर दी गई। और उस बेशकीमती जमीन पर अब अवैध कालोनी काटने का खेल हुआ।

कलेक्टर के सख्त निर्देश फिर भी जांच ठंडे बस्ते में

नीमच कलेक्टर दिनेश जैन ने शिकायतकर्ता की शिकायत पर दो-टुक शब्दों में तहसीलदार राजेश सोनी को निर्देशित किया कि अगर कोई निर्दोष है तो उसे परेशान नहीं किया जाए और कोई दोषी है तो उसे बक्शा नहीं जाए। उसके बाद भी अभी तक जांच अधिकारी ने जांच प्रतिवेदन बनाकर तहसीलदार को प्रस्तुत नहीं किया। पूरे मामले में अंदर खानों की चर्चा है कि इस जमीन घोटाले में तत्कालीन तहसीलदार और पटवारी की भूमिका भी होने के कारण मामला ठंडा बस्ती में दिखाई दे रहा है और अभी तक जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं किया गया।

खैर देखना यह होगा की कलेक्टर दिनेश जैन के भी जमीन घोटाले को लेकर सख्त निर्देश हैं और तहसीलदार राजेश सोनी ने भी स्थगन आदेश जारी करते हुए जांच के निर्देश दिए ऐसे में इस घोटाले की जांच कब पूरी होती है और क्या दोषियों पर कार्रवाई होगी या फिर अधिकारी उन पर मेहरबान रहेंगे।

इनका कहना -

इस मामले में स्थगन आदेश देने के बाद पटवारी से जांच प्रतिवेदन मांगा गया है जो अभी तक नहीं आया। आज ही दुबारा पटवारी को निर्देशित किया जा रहा है कि जल्द जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करें इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी, किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। राजेश सोनी, तहसीलदार सिंगोली।

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