मध्यप्रदेश के मुखिया सीएम शिवराज सिंह चौहान के सरकारी जमीनों पर अवैध अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश हैं। नीमच कलेक्टर दिनेश जैन ने भी हाल ही में सख्त निर्देश सभी क्षेत्र के राजस्व विभाग के जिम्मेदारों को दिए हैं कि जैसे ही सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण की शिकायत आती है तो तुरंत प्रभाव से कार्रवाई करें लेकिन सिंगोली तहसील क्षेत्र के रतनगढ़ टप्पा क्षेत्र में भू माफिया बेखौफ सक्रिय हैं और सरकारी जमीनों को हड़पने का खेल चल रहा है। इन सब में राजस्व विभाग के पटवारी से लगाकर तहसील अधिकारी की सबसे अहम भूमिका निकल कर सामने आ रही है। जिनके संरक्षण के चलते बेशकीमती सरकारी जमीन अवैध अतिक्रमणताओं की भेंट चढ रही है। यहां तक कि तहसील न्यायालय का आदेश भी पटवारी के लिए कागज के टुकड़े की तरह कचरे की टोकरी में पड़ा दिखाई दे रहा है। हालांकि अब देखना ये होगा कि ऐसे लापरवाह पटवारी के खिलाफ प्रशासन क्या कार्रवाई करता है।
दरअसल रतनगढ़ नगर के मुक्तिधाम मार्ग स्थित सुलभ कांपलेक्स के पास में सरकारी बेशकीमती जमीन पर अवैध अतिक्रमण का मामला सामने आया था पटवारी रिपोर्ट में नगर परिषद उपाध्यक्ष पति शिवनंदन छिपा, पार्षद सभापति राजेंद्र मुंदडा सहित महेश सुतार का अवैध अतिक्रमण मौके पर पाया गया। सरकारी जमीन पर अवैध अतिक्रमण के मामले में तहसील न्यायालय से बेदखली के आदेश जारी होने के बाद भी स्थानीय हल्का पटवारी पप्पू चौहान को अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए निर्देशित किया गया लेकिन पटवारी साहब के आलम यह है कि वह बेशकीमती सरकारी जमीन हड़पने वालों पर इस कदर मेहरबान है कि तहसील न्यायालय का आदेश भी उनके लिए कागज के टुकड़े जैसा कचरे की टोकरी में पड़ा दिखाई दे रहा है।
अब सवाल यह खड़ा होता है कि जब सरकारी जमीन पर अवैध अतिक्रमण किया गया तब स्थानीय हल्का पटवारी ने उस मामले को संज्ञान लेते हुए ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की और अब तहसील न्यायालय का बेदखली का आदेश जारी हो गया, इसके बाद भी स्थानीय पटवारी बेशकीमती सरकारी जमीन को अवैध अतिक्रमण ताओं के कब्जे से मुक्त करवाने के बजाय तारीख पर तारीख देते दिखाई दे रहे हैं।
लापरवाह बना पटवारी, दूसरा सूचना पत्र जारी
बेशकीमती सरकारी जमीन पर अवैध अतिक्रमण के मामले में बेदखली आदेश के बाद पटवारी को अतिक्रमण हटाने को लेकर तहसीलदार मोनिका जैन का कहना है कि पहले एक सूचना पत्र जारी किया गया था नहीं हटाने पर दोबारा एक और सूचना पत्र जारी किया गया है। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रतनगढ़ क्षेत्र में सबसे ज्यादा सरकारी जमीनों का खेल
सिंगोली तहसील के रतनगढ़ टप्पा क्षेत्र के अंतर्गत सबसे ज्यादा बेशकीमती सरकारी जमीनों पर अवैध अतिक्रमण करते हुए हड़पने के मामले सामने आए हैं। जहां बड़ी आसानी से पटवारी की लापरवाही के चलते करोड़ों की बेशकीमती जमीन अवैध अतिक्रमण की भेंट चढ जाती हैं और राजस्व विभाग के पटवारी मूकदर्शक बने बैठे रहते हैं। जबकि पटवारी की सबसे अहम भूमिका होती हैं कि क्षेत्र में अगर शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण हो रहा है तो इसकी रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को प्रस्तुत करें। पहले भी रतनगढ़ क्षेत्र के हाथीपुरा में तस्कर पप्पू धाकड़ के अवैध अतिक्रमण में हल्का पटवारी राहुल पंचारिया की लापरवाही पाई गई थी जिसके चलते पटवारी के खिलाफ कार्रवाई देखने को मिली थी। क्या अब इस मामले में भी तहसील न्यायालय के आदेश का पालन नहीं करने वाले पटवारी को नोटिस जारी करते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
क्या चलेगी मामा की जेसीबी या फिर हो गया सौदा
बेशकीमती सरकारी जमीन पर अवैध अतिक्रमण के मामले में तहसील न्यायालय के बेदखली आदेश के बाद भी प्रशासन की अवैध अतिक्रमण ताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं होना, कई तरह के सवाल खड़े कर रही हैं। आखिर मामा शिवराज की जेसीबी मंत्री जी के क्षेत्र में बेखौफ चलती हुई दिखाई दे रही थी तो अचानक इस जेसीबी पर ब्रेक क्यों लग गया। कहीं मामा की जेसीबी का दाम भी स्थानीय राजस्व के जिम्मेदारों ने लगा तो नहीं दिया।
इनका कहना
सरकारी जमीन पर अवैध अतिक्रमण के मामले में बेदखली आदेश जारी हुआ था जिसमें पटवारी को एक सूचना पत्र जारी किया गया था अभी एक और सूचना पत्र जारी किया गया है। - मोनिका जैन नायब तहसीलदार रतनगढ़।