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तेली समाज के भाजपा के पार्षद बोले हम पार्टी के साथ, जिस पर पार्टी बोलेगी वही बनेगा अध्यक्ष, शहर का विकास और पार्टी का साथ, पार्टी के विभीषण सक्रिय... पढिए क्या कुछ कहा

Pradesh Halchal - डेस्क रिपोर्टर July 22, 2022, 6:42 pm Technology

नीमच जिले के जावद तहसील के अंतर्गत आने वाले सरवानिया महाराज नगर परिषद में भाजपा के 11 पार्षदों ने विजय हासिल करते बहुमत हासिल किया। वही जीतने वाले पार्षदों में 6 पार्षद तेली समाज के  हैं। जिसमें से 4 भाजपा के 2 कांग्रेस के हैं। ऐसे में जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हुई। और शहर के अंदर खाना से चर्चाएं चली की तेली समाज समाज के व्यक्ति को अध्यक्ष बनाने की मांग उठ रही है और अगर मांग पूरी नहीं होती है तेली समाज के पार्षद भाजपा को बड़ा झटका दे सकते हैं।

जोड़-तोड़ की राजनीति को लेकर प्रदेश हलचल द्वारा प्रकाशित समाचार के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई और आखिरकार भाजपा के तेली समाज के चारों पार्षदों ने प्रदेश हलचल से बातचीत में बताया कि कोई भी कितने प्रयास कर ले हम भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं और भारतीय जनता पार्टी का ही अध्यक्ष बनेगा। भाजपा ने हम पर भरोसा किया और हमें वार्ड से टिकट दिया और हमने उनके भरोसे को बरकरार रखते हुए विजय हासिल की और आगे भी पार्टी के साथ हर कदम पर भरोसे पर खरे उतरेंगे।

भाजपा के नाम पर सभी एकजुट

भारतीय जनता पार्टी में सरवानिया नगर परिषद में विजय हुए 11 पार्षदों ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा जिस के नाम पर फाइनल मुहर लगाएंगे, हम सभी भी उसी के नाम पर सहमत हैं। और हमारा उद्देश्य शहर का विकास और जनता की सेवा है।

भाजपा के ही विभीषण जोड़-तोड़ में लगे

शहर के अंदर खाना की चर्चा है कि कुछ नेताओं ने चुनाव से पहले विभीषण की तरह भाजपा उम्मीदवारों को वार्ड में हराने का हर संभव प्रयास किया लेकिन फिर भी भारतीय जनता पार्टी ने 11 सीटों पर बहुमत हासिल करते हुए विजय हासिल की। ऐसे में अब अध्यक्ष के नाम पर जोड़-तोड़ को लेकर भाजपा के विभीषण तैयार हो गए हैं। जो भीतर घात करते हुए विभषण की तरह खरीद फरोख्त का प्रयास कर रहे  हैं। ताकि भाजपा की परिषद न बने। 

कांग्रेस के पास खोने को कुछ नहीं

नगर परिषद के चुनाव में वैसे भी जनता ने कांग्रेस को करारा जवाब देते हुए एक सिरे से नकार दिया और महज चार पार्षद कांग्रेस में विजय का परचम लहरा पाए। ऐसे में कांग्रेस के पास इस बार खोने को कुछ नहीं है। तो कांग्रेस के पार्षद भी जैसे तैसे जोड़-तोड़ में प्रयास कर रहे हैं ताकि भाजपा का अध्यक्ष ना बन पाए।

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