नीमच। ग्राम अरनिया चुंडावत के ग्रामीण परिसीमन में गठित की जा रही नई पंचायत छाछखेड़ी में शामिल नहीं होना चाहते हैं। ग्रामीणों की मांग है कि उन्हें पुरानी पंचायत कुचड़ौद में ही रखा जाए। मामले में ग्रामीणों ने सोमवार को कलेक्टोरेट पहुंच कांग्रेस नेता तरूण बाहेती के नेतृत्व में जिला कलेक्टर मयंक अग्रवाल एवं एसडीएम ममता खेड़े से मुलाकात की और तहसीलदार अजय हिंगे को ज्ञापन दिया और नई पंचायत में शामिल होने पर असहमती दर्ज कराई।
ग्राम अरनिया चूंडावत वर्तमान में नीमच विधानसभा की तहसील जीरन ग्राम पंचायत कुचड़ोंद का हिस्सा है। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को बताया कि वर्तमान में ग्राम अरनिया चुण्डावत की ग्राम पंचायत कुचड़ोद हैं पर ग्रामवासीयो को ज्ञात हुआ हैं कि नये परीसीमन में गठित की जा रही नई ग्राम पंचायत छाछखेड़ी में अरनिया चुंडावत को शामिल किया गया है, जिसका अरनिया चुंडावत के ग्रामीण विरोध करते हैं। क्योंकि अरनिया चुंडावत की दुरी छाछखेड़ी से 7 किलोमीटर हैं, जबकि ग्राम कुचड़ोद से अरनिया चुंडावत की दुरी मात्र 2 किलो मीटर हैं और ग्राम पंचायत कुचड़ोद के माध्यम से ग्रामीणों को बैंक, सहकारी समिति, प्रधानमंत्री आवास, स्वच्छता मिशन के अंतर्गत शौचालय, बी.पी.एल राशन कार्ड, वृद्धावस्था पेंशन, स्वास्थ्य सुविधा, पशु चिकित्सा, सहकारी संस्था, खाद, बीज आदि सुविधा आसानी से मिल रही है। ऐसी स्थिति मे ग्राम अरनिया चुंडावत को ग्राम पचांयत कुचड़ोद में ही यथावत रखा जाए।
कांग्रेस नेता तरुण बाहेती ने बताया कि प्रदेश सरकार के परिसीमन के आदेश में परिसीमन करने के मापदंड अलग थे किंतु वर्तमान में पंचायत का परिसीमन बिना किसी मापदंड के कर दिया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि हमने परिसीमन करने की समय सीमा में दावा आपत्ति प्रस्तुत की थी किंतु उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई और ग्राम अरनिया चुंडावत को कुचडोद पंचायत से अलग कर दिया जो कि तर्कसंगत नहीं है। कांग्रेस नेता तरुण बाहेती ने मांग की ग्राम अरनिया चुंडावत को कुचड़ोंद पंचायत में ही शामिल रखा जाए।
ज्ञापन देने में कांग्रेस नेता तरुण बाहेती,पूर्व सरपंच सूरजसिंह,वीरेंद्र सिंह चुंडावत,विनोद पाटीदार,नरेंद्र सिंह, लाखन सिंह ,भुवान सिंह, जितेंद्र सिंह ,कुशाल सिंह जुझार सिंह ,दरबार सिंह ,बाबू सिंह,ऊँकार सिंह सहित कई ग्रामीणजन शामिल थे।