सिंगोली मेवाड़ प्रान्त कि धार्मिक नगरी सिंगोली में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज आचार्य श्री ज्ञानसागर सागर जी महाराज कि परम प्रभाविक शिष्या गुरु मां आर्यिका श्री प्रशममति माताजी आर्यिका श्री उपशममति माताजी ससंघ के सानिध्य में दशलक्षण महापर्व के दौरान भव्य शोभायात्रा के साथ क्षमावाणी पर्व बड़ी धूमधाम मनाया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 11 सितंबर गुरुवार को प्रातः काल श्री जी का अभिषेक व शान्तिधारा हुई व उसके बाद माताजी ससघ के मंगल प्रवचन हुए दोपहर में 12 बजे श्री जी कि भव्य शोभायात्रा निकाली गई जिसमे सर्व प्रथम माताजी ससघ चल रही थी तो महिला सिर पर जिनवाणी लेकर चर रही थी उनके पिच्छे महिलाए ध्वज लेकर चल रही तो उसके पिच्छे चांदी के रथ मे भगवान विराजमान थे जो आर्कषण का केन्द्र रहा उसके पिच्छे रथ में दसलक्षण महापर्व पर मेवाड़ प्रान्त व नगर में दस उपवास करने वाले तपस्वियों को रथ मे बैठाकर जगह जगह भगवान की आरती उतारी गई तो तपस्वियों का समाजजनों द्वारा बहुमान किया गया वही युवावर्ग व पुरुष वर्ग धोटी ढुपटे मे थे तो महिलाएं भी केसरिया व अन्य डेर्स में सभी समाजजन नाचते-गाते चल रहे थे जुलूस नगर के प्रमुख मार्ग आजद चोपाटी अहिसापन्त पुराना बस स्टैंड तिलस्वां चोराया अहिंसा सर्किल होते हुए श्री शान्तिसागर सभा मण्डपम श्री विद्यासागर सन्त निलय पर पहुंचा जहा पर श्री जी का अभिषेक व शान्तिधारा हुई व उसके बाद चित्र अनावरण व दिप प्रज्वलन करने का सोभाग्य दस उपवास करने वाले तपस्वियों को मिला व माताजी ससघ को शात्र भेंट करने का सोभाग्य दस उपवास करने वाली महिलाओं को मिला वही मेवाड़ प्रान्त व नगर के सभी दस उपवास करने वाले तपस्वियों का समाज द्वारा तिलक माला व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया व सघस्थ दिदी का भी सम्मान किया। पाठशाला के बच्चों को पढ़ाने वाली दीदी समाजजनों द्वारा सम्मानित किया गया।
वही उसके बाद बाहर से पधारे हुए सभी समाजजनों ने माताजी ससंघ को श्रीफल अर्पित किया व उसके बाद माताजी ससंघ ने धर्म सभा को संबोधित किया सभी से क्षमा याचना कि समाज ने माताजी ससंघ से जाने अनजाने मे हुई गलती के लिए क्षमा याचना मांगी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष तरुण बाहेती व सत्यनारायण पाटीदार ने श्री जी को अर्घ समर्पण किया इस अवसर पर बोराव रावतभाटा बिजोलिया झांतला धनगाव थडोद चेची बेगू डाबी आदी जगह के बड़ी संख्या में समाज जन उपस्थित थे।