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Big Breaking - सरकारी जमीन घोटाले मामले में पटवारी गिरफ्तार, कोर्ट ने भेजा जेल, मास्टरमाइंड आरोपी कॉलोनाइजर की तलाश जारी, सरकारी जमीन से अब तक नहीं हटा कब्जा, पढ़ें पूरी खबर

सिंगोली - February 20, 2025, 12:14 pm Technology

नीमच जिले के सिंगोली में बेशकीमती सरकारी जमीन की हेरा फेरी के मामले में कलेक्टर हिमांशु चंद्रा के निर्देशों पर दोषी पटवारी और कॉलोनाइजर के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया। वहीं दोषी पटवारी सुरेंद्र चुंडावत को सिंगोली पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे 27 फरवरी तक जेल कस्टडी में भेजा गया। वही जमीन घोटाले मामले में एक और मुख्य आरोपी कॉलोनाइजर दीपक पारुंडीया की सिंगोली पुलिस तलाश कर रही है, जिसे जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

दरअसल शिकायतकर्ता दीपक तिवारी द्वारा शासकीय खसरा नंबर 70 पर निजी खाता बनाकर बेशकीमती जमीन की हेरा फेरी की शिकायत की गई थी। शिकायत में तत्कालीन तहसीलदार सिंगोली राजेश सोनी द्वारा जांच की गई और जांच में पटवारी और कॉलोनाइजर द्वारा सरकारी जमीनों की हेरा फेरी सामने आई। इस पर पटवारी को निलंबित किया गया। वही कलेक्टर हिमांशु चंद्रा के निर्देशों पर सिंगोली थाने में पटवारी और कॉलोनाइजर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई।

4 माह से आरोपी फरार, पुलिस कर रही तलाश  

सिंगोली में सरकारी बेशकीमती जमीन घोटाले मामले में नवंबर माह में एफआईआर दर्ज होने के बाद तत्कालीन पटवारी सुरेंद्र चुंडावत और कॉलोनाइजर दीपक पारुंडीया फरार चल रहे थे सिंगोली पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश कर रही थी। आरोपी पटवारी सुरेंद्र चुंडावत ने सिंगोली थाने पहुंचकर अपनी गिरफ्तारी दी। जिसके बाद सिंगोली पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया और न्यायालय ने 27 फरवरी तक दोषी पटवारी को जेल भेजा। वही बेशकीमती सरकारी जमीन की हेरा फेरी के मामले में मास्टरमाइंड आरोपी पटवारी दीपक पांरुडिया की भी सिंगोली पुलिस तलाश कर रही है, जिसे जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।

आरोपियों पर एफआईआर, सरकारी जमीन से नहीं हटा कब्जा

सिंगोली के खसरा नंबर 70 की बेशकीमती सरकारी जमीन हेराफेरी और घोटाले मामले में कलेक्टर हिमांशु चंद्रा के निर्देशों पर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज तो हो गई लेकिन स्थानीय सिंगोली प्रशासन ने अभी तक उस जमीन पर सिर्फ औपचारिकता पूरी करने के लिए बोर्ड लगा दिया लेकिन बेशकीमती जमीन से अवैध अतिक्रमण अभी तक नहीं हटाया गया और अतिक्रमानताओं पर प्रशासन मेहरबान दिखाई दे रहा है।

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