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भाजपा जिलाध्यक्ष को लेकर घमासान, ओबीसी, एससी या सामान्य वर्ग दावेदार किस पर लगेगी मुहर, विधायक और सांसद के बाद क्या यहां भी इन पर सजेगा जिलाध्यक्ष का ताज , पढिए पूरी खबर

नीमच - December 13, 2024, 1:24 pm Technology

मध्यप्रदेश के नीमच में मंडल अध्यक्षों की घोषणा के बाद अब जिलाध्यक्ष के दावेदारों में घमासान शुरू हो गया है। भारतीय जनता पार्टी द्वारा जल्द जिलाध्यक्ष के नाम की घोषणा की जाएगी। वहीं अगर नीमच की बात करें तो नीमच, मनासा और जावद विधायक से लेकर सांसद तक सामान्य वर्ग के हैं, ऐसे में जिलाध्यक्ष की दौड़ में क्या ओबीसी और एससी वर्ग को मौका मिलेगा या फिर ओबीसी वर्ग से जिलाध्यक्ष की कुर्सी जो है वह भी सामान्य वर्ग के खाते में चली जाएगी। इसको लेकर सभी की निगाहें टिकी हुई है।

वर्तमान में जिले में अगर राजनीतिक माहौल की चर्चा करें तो जिलाध्यक्ष को लेकर कार्यकर्ताओं के मुंह पर सबसे ज्यादा नाम प्रदेश कार्यसमिति सदस्य महेंद्र भटनागर का दिखाई दे रहा है लेकिन अगर पार्टी आयु के अनुसार निर्णय लेगी तो महेंद्र भटनागर इस दौड़ से बाहर हो जाएंगे। वही अगर दूसरे नाम की बात करें तो राकेश पप्पू जैन का नाम भी प्रबल दावेदारी में दिखाई दे रहा है लेकिन राकेश जैन के नगर पालिका के कार्यकाल की बात करें तो इन्होंने संगठन के लिए काम तो किया लेकिन विधायक के विपरीत एक अलग लाभी तैयार कर अपनी अलग की राग अलापने में लगे हुए रहे। जिनकी सारी जानकारियां संगठन स्तर पर पहले ही पहुंच चुकी है। इसको लेकर नीमच विधायक की सहमति बना संभव नहीं है और अगर इस नाम पर मुहर लगती है तो भाजपा फिर दो गुटों में नीमच में बटती हुई दिखाई देगी।

वहीं अगर ओबीसी वर्ग की बात करें तो भाजपा जिलाध्यक्ष की दौड़ में वर्तमान जिलाध्यक्ष पवन पाटीदार को पार्टी दोबारा मौका दे सकती है क्योंकि उनके कार्यकाल में विधानसभा चुनाव में भाजपा ने ऐतिहासिक मतों से विजय परचम लहराया था ऐसे में पार्टी विचार कर सकती है। वहीं अगर एएसी वर्ग की बात करें तो वर्तमान में भाजपा जिला कार्यकारिणी के जिला महामंत्री सुखलाल पवार के नाम पर भी पार्टी विचार कर सकती है क्योंकि जिला कार्यकारिणी में जिला महामंत्री के बाद अब जिलाध्यक्ष का पद होता है। साथ ही सुखलाल पंवार एससी वर्ग से आते हैं और मंडल अध्यक्षों की सूची में भी 15 मंडल में सिर्फ दो मंडल में ही ऐसी नाम पर पार्टी ने मोहर लगाई जिसमें से एक नाम पर तो अभी भी तलवार लटकी हुई है। ऐसे में भाजपा पार्टी सबका साथ सबका विकास की बात करती है तो कहीं ना कहीं ऐसी वर्ग के दावेदार की संभावना ज्यादा दिखाई दे रही है।

ओबीसी महिला चेहरा, इस पर भी विचार

भारतीय जनता पार्टी महिलाओं को आगे लाने की बात कर रही है ऐसे में विधानसभा में तो किसी महिला को मौका नहीं मिला तो अब जिलाध्यक्ष की बात करें तो ओबीसी वर्ग से होकर वर्तमान जिला कार्यकारिणी में जिला उपाध्यक्ष का दायित्व निभा रही महिला हेमलता धाकड़ का नाम भी जिलाध्यक्ष की सूची में प्रबल दिखाई दे रहा है, क्योंकि अगर पार्टी महिलाओं को आगे लाना चाहेगी तो हेमलता धाकड़ के नाम पर पार्टी प्रमुखता से विचार मंथन चल रहा है। और इस नाम पर भी मुहर लगा सकती हैं।

क्या सामान्य वर्ग होगा एससी और ओबीसी पर भारी

वर्तमान में जिले में भारतीय जनता पार्टी द्वारा जिलाध्यक्ष के नाम के मंथन को लेकर सभी की निगाहें टिकी हुई है कि नीमच जिले में विधायक और सांसद की बात करें तो पार्टी ने सामान्य वर्ग को प्राथमिकता दी और ओबीसी वर्ग के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में ऐतिहासिक विजय का परचम लहराया, ऐसे में क्या जिलाध्यक्ष की दौड़ में अब फिर एससी और ओबीसी वर्ग पर सामान्य वर्ग भारी पड़ेगा या फिर पार्टी एससी और ओबीसी वर्ग को प्राथमिकता देते हुए जिलाध्यक्ष में किस नाम पर मुहर लगती हैं। क्योंकि जिलाध्यक्ष को लेकर पार्टी फैसले में विधायक और सांसदों की सहमति खास महत्व रखेगी, ऐसे में विधायक और सांसद एससी और ओबीसी वर्ग को मौका देने में सहमति देंगे।

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