नीमच जनपद के अंतर्गत आने वाले सेमली चंद्रावत गांव में सरपंच के भ्रष्टाचार की लगातार बारिश में पोल खुल रही है। लाखों की लागत से से नाला निर्माण किया गया। वह दूसरी बार बारिश के पानी में बहता हुआ दिखाई दिया और घटिया निर्माण कार्य की पोल खुल गई। जैसे ही घटिया निर्माण की पोल खुलती है तो आनन फानन में सरपंच द्वारा पिछली बार की तरह इस बार भी दोबारा निर्माण कार्य करवाते हुए लीपा पोती करने का कार्य किया जा रहा है।
दरअसल मनरेगा में 15 वित से 3 लाख की लागत से नाला निर्माण किया गया। अभी कुछ दिन पहले ही पहली बारिश ने घटिया निर्माण की पोल खोली। इसके बाद सरपंच से लगाकर सचिव और उपयंत्री भ्रष्टाचार पर पर्दा डालते दिखाई दिए और दोबारा नाला निर्माण करवाया गया। इसी नाले की एक साइड की और विगत 27 जुलाई को हुई बारिश ने दोबारा पोल खोल कर रख दी। और नाला बारिश के पानी में बहता हुआ दिखाई दिया।
उपयंत्री की बड़ी लापरवाही
ग्राम पंचायत सेमली चंद्रावत में हो रहे निर्माणकार्य को लेकर इंजीनियर की अहम भूमिका होती है ताकि गुणवत्ता को लेकर जांच हो। और शासन के पैसों का सही उपयोग हो लेकिन इस ग्राम पंचायत में इंजीनियर साहब तो ऐसा लग रहा है कि सरपंच के भ्रष्टाचार में सहयोगी बने हुए हैं। घटिया नाला निर्माण होते समय उसकी गुणवत्ता को आखिर क्यों नहीं जांचा जा रहा है। जिसके चलते लगातार बारिश में नाला बहता हुआ दिखाई दे रहा है।
क्या होगी निर्माण कार्यो की जांच
खैर देखना है कि नीमच जनपद की सेमली चंद्रावत ग्राम पंचायत में सरपंच के घटिया निर्माण कार्यों की बारिश ने पोल खोलकर रख दी, एक बार नहीं बल्कि दोबारा निर्माण कार्य पानी में बहता हुआ दिखाई दिया। ऐसे में क्या अब जनपद सीईओ और जिला पंचायत सीईओ पूरे मामले को संज्ञान मे लेंगे और सेमली चंद्रावत ग्राम पंचायत में हुए नाले से लगाकर सीसी और सभी निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच की जाएगी। या फिर ऐसे ही अधिकारियों जिम्मेदारों पर मेहरबान दिखाई देंगे।