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मेहमान बनकर युवक ने मासूम बच्ची का किया था अपहरण, पुलिस ने बच्ची को राजस्थान से किया बरामद, आरोपी की तलाश जारी, पूर्व में भी कर चुका है बच्चों का अपहरण

डेस्क रिपोर्टर November 17, 2023, 3:13 pm Technology

मेहमान बनकर बच्ची का अपहरण करने के मामले में पुलिस ने बच्ची को राजस्थान से बरामद कर लिया है। वहीं आरोपित भागने में सफल हुआ है, जिसकी तलाश की जा रही है।

बदरवास थाना क्षेत्र के ग्राम हस्तिनापुर में एक ग्रामीण के घर मेहमान बनकर आए एक युवक ने मेजबान की मासूम दुधमुंही बच्ची का अपहरण कर लिया। आरोपित मासूम बच्ची का अपहरण कर उसे राजस्थान ले गया। पुलिस ने बच्ची को तो राजस्थान से बरामद कर लिया, लेकिन आरोपित भागने में सफल रहा। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ कर दी है।

बदरवास टीआई नरेंद्र सिंह यादव से प्राप्त जानकारी के अनुसार हस्तिनापुर निवासी बुंदेल सिंह आदिवासी एक हत्या के आरोप में शिवपुरी जेल में बंद था। जहां उसकी पहचान जेल में बंद कमल आदिवासी से हुई।

कमल आदिवासी जेल से छूटने के बाद सात नवंबर 2023 को बुंदेल सिंह के घर मिलने के लिए उसके घर हस्तिनापुर आया। वहां करीब तीन से चार घंटे तक रूकने के बाद रात करीब 8:30 बजे बुंदेल आदिवासी के बेटे मुरारी आदिवासी की तीन साल की बेटी दुर्गेश आदिवासी को चाकलेट, बिस्किट दिलाने के बहाने गांव में ले गया, लेकिन काफी देर तक लौट कर नहीं आया।

स्‍वजों ने जब कमल आदिवासी और बेटी दुर्गेश की तलाश शुरू की तो वे नहीं मिले। पीड़ित ने आठ नवंबर को मामले की शिकायत थाने में दर्ज करवाई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामले की विवेचना शुरू की लेकिन न तो कमल का कोई पता चल सका और न ही मासूम बच्ची का। बाद में जब कमल आदिवासी के गांव में दबिश दी गई, जिसके बाद पुलिस ने राजस्थान के कस्बा थाना से मासूम बच्ची को बरामद कर लिया।

बताया जा रहा है कि आरोपित युवक बच्चियों का अपहरण करने आदी है और पूर्व में भी दो-तीन बच्चियों का अपहरण कर चुका है। बच्ची के अपहरण के मामले में ही बंद था जेल में पुलिस की मानें तो जिस समय बुंदेल सिंह आदिवासी हत्या के मामले में जेल में बंद था, उस समय कमल आदिवासी पोहरी थाना क्षेत्र से एक मासूम बच्ची के अपहरण के मामले में ही जेल में बंद था।

पुलिस के अनुसार जब कमले के बारे में पड़ताल की गई तो यह जानकारी भी पता चला कि कमल आदिवासी इससे पूर्व भी गांव से दो से तीन बच्चियों को इसी तरह से अपहृत कर चुका है लेकिन गांव वालों ने कमल की हरकत से परिचित होने के चलते सबसे पहले संदेह के आधार पर उसे ही पकड़ा तो वह बच्चियों को बिना किसी पुलिस एफआईआर के कमल के कब्जे से ही बरामद करने में सफल रहे हैं।

पुलिस का कहना है कि आरोपित फिलहाल फरार है, वह बच्चियों का अपहरण आखिर किस मंशा से करता है? इसका पता तो आरोपित के पकड़े जाने और उससे पूछताछ के उपरांत ही हो सकेगा।

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