पुलिस अधीक्षक अमित कुमार तोलानी ने प्रतियोगिता की विधित घोषणा करते हुए कहा, कि स्कूलों में जुडो जैसी कलाओं को प्राथमिकता दी जाना चाहिए, ताकि बच्चों में आत्म विश्वास और आत्म रक्षा के भाव उत्पन्न हो। बच्चे जब उच्च पदों पर जायेगें,तो यह जुडो उनके लिए काम आयेगा। एसपी तोलानी ने मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए कहा,कि हार-जीत कोई महत्व नही रखती है। हमारा आत्म विश्वास कभी भी कम नही होना चाहिए। आप जब वापस अपने घर जाओ तो आपको नीमच कैसा लगा यह जरूर बताये। सभी बच्चों ने जुडो के आत्मरक्षा से जुडे महत्वपूर्ण गुरू बताये।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में ध्वज चढाया गया और मार्च पास्ट किया गया। जिसमें भोपाल, ग्वालियर, इन्दौर जबलपुर संभाग आदिवासी जनजाति विकास निगम, नमर्दापुरम संभाग, रीवा सागर, उज्जैन संभाग के खिलाडी विद्यार्थियो ने भाग लिया। प्रतियोगता का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए जिला क्रीडा अधिकारी श्रीमती सावित्री मालवीय ने बताया, कि राज्य स्तरीय शालेय जुडो प्रतियोगता 2023-24 में 14-17 वर्ष के विभिन्न संभागों से 330 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे है।
जिला शिक्षा अधिकारी श्री सीके शर्मा ने स्वागत उदबोधन देते हुए कहाकि यह हमारे लिये गर्व की बात है, कि राज्यस्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन हमारे यहां हो रहा है। उन्होने सभी प्रतिभागियों और कोच को शुभकामनाए दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता विक्रम पुरस्कार से सम्मानित अमरसिंह राजपूत ने की। कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन सुश्री मंजुलाधीर ने किया। आभार प्रदर्शन मुकेश जैन ने माना।