इंदौर में बदमाशों ने एक नाबालिग को स्कॉर्पियो के गेट से लटकाकर 100 की स्पीड में गाड़ी दौड़ा दी। नाबालिग चीखता-चिल्लाता रहा, लेकिन बदमाशों ने गाड़ी नहीं रोकी। करीब तीन किलोमीटर बाद उसे छोड़ा।
वारदात बुधवार रात करीब 12.30 बजे स्कीम नंबर 78 में वृंदावन होटल के पास की है। पुलिस के अनुसार, आरोपी नाबालिग की महिला मित्र को कट मारकर निकले थे। वह उन्हें समझाने गया था। इसी से नाराज होकर आरोपियों ने इस हरकत को अंजाम दिया।
पुलिस ने नाबालिग की शिकायत पर स्कॉर्पियो (एमपी 17 सीबी 6583) में बैठे सारस्वत शुक्ला, अमन द्विवेदी और आर्यन पाल के खिलाफ केस दर्ज किया है। सारस्वत लॉ और अमन बीटेक की पढ़ाई कर रहा है। दोनों सतना के रहने वाले हैं और एक ही कॉलेज में पढ़ते हैं। दोनों पुलिस की गिरफ्त में है। आर्यन अभी फरार है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 308, 294 और 34 के तहत केस दर्ज किया है।
गेट का कांच चढ़ाया तो हाथ फंसा
नाबालिग ने पुलिस को बताया- मैं स्कीम 78 के एक रेस्टोरेंट में काम करता हूं। ड्यूटी खत्म कर घर जा रहा था। तभी मेरे दोस्त कुलदीप का फोन आया। उसने बताया कि उसकी दोस्तों को स्कॉर्पियो में बैठे तीन लड़के दो बार तेजी से कट मारकर निकले हैं। मैं अपने मित्र अभय ठाकुर के साथ उसकी कार में कुलदीप के पास पहुंचा। कुलदीप को लेकर हम सिका स्कूल के पास पहुंचे तो चौराहे पर स्कॉर्पियो मिल गई। उसमें तीन युवक सवार थे। हमने बात शुरू की तो उन्होंने अपने नाम सारस्वत शुक्ला, अमन द्विवेदी और आर्यन पाल बताए। गाड़ी का कांच खुला था, इसलिए मैं दाहिना हाथ टिकाकर खड़ा हो गया।
बात चल ही रही थी कि उन्होंने गालियां देकर अचानक गाड़ी का कांच चढ़ा दिया, जिससे मेरा हाथ फंस गया। उसके बाद तेज स्पीड में गाड़ी दौड़ा दी। हाथ फंसने से मैं स्कॉर्पियो के गेट से लटक गया। बचने के लिए दूसरे हाथ का सहारा लेकर पैर पायदान पर रखे। मैं बचाने के लिए चिल्लाता रहा, लेकिन वे गाड़ी दौड़ाते रहे। निरंजनपुर चौराहा से देवास नाका होते हुए निपानिया से एडवांस एकेडमी के पास जाकर छोड़ा।