ऑनलाइन मोबाइल गेम के जाल में फंसे छात्र से 1.65 लाख रुपए की ठगी कर ली गई। आरोपी उससे कभी गेम की आईडी तो कभी अन्य लालच देकर रुपए ट्रांसफर कराते रहे। छात्र ने भी दादी के बैंक खाते से फोन पे के माध्यम से रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। परिवार वालों को मामले की जानकारी लगी तो उन्होंने कैंट थाने पहुंचकर शिकायत की। शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है। परिवार वालों ने जिन खातों में पैसा ट्रांसफर हुआ है, उक्त खातों की डिटेल पुलिस को दी है। मामले में पुलिस जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार 10 साल का बालक निवासी सदर कक्षा 6वीं की पढ़ाई कर रहा है। उसके दोस्तों ने उसे ऑनलाइन गेम खेलने के लिए कहा। जिसके बाद वह फ्री फायर गेम खेलने लगा। इसी दौरान ठगों ने उसे जाल में फंसाकर रुपए मांगे। रुपए मांगने पर छात्र ने अपनी दादी के बैंक खाते से फोन-पे के माध्यम से 1.65 लाख रुपए अलग-अलग दिन ट्रांसफर कर दिए। इसी बीच बालक सदर क्षेत्र की पटाखा दुकान पर पटाखे लेने गया। जहां उसने पहले नकद रुपए दिए, लेकिन दोबारा गया तो दो हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए। संदेह होने पर पटाखे वाले ने बालक की मां को बताया। इसके बाद मां ने मामले की जानकारी निकाली तो ठगी उजागर हुई। बेटे से पूछताछ की तो उसने पैसे ट्रांसफर करने वालों के नाम बताए। उनमें से परिवार के लोग कुछ लोगों से मिले तो किसी ने गेम की आईडी देने के बदले रुपए लेने की बात कही तो किसी ने पैसे लेने से इनकार कर दिया। मामले में परिवार वालों ने कैंट थाने पहुंचकर शिकायत की। शिकायत पर पुलिस ने मामला जांच में लिया है।
कैंट थाना प्रभारी मनीष त्रिपाठी ने बताया कि 10 वर्षीय बालक ने दोस्तों के कहने पर ऑनलाइन गेम खेला और दादी के खाते से करीब डेढ़ लाख रुपए ट्रांसफर किए हैं। मामले में कुछ लोगों के नाम सामने आए हैं। प्रकरण की जांच की जा रही है। जांच में साक्ष्यों के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।