उज्जैन में गुरुवार को एक घर में चार शव मिले हैं। मामला जानकी नगर का है। पुलिस मौके पर है। एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि परिवार किराए से रहता था। शुरुआती जांच में यह सुसाइड का केस लग रहा है।
जानकारी के मुताबिक शव मनोज राठौर उसकी लिव-इन-पार्टनर ममता, ममता के बेटे लक्की और बेटी के हैं। ममता के दोनों बच्चे उसके पहले पति के थे। मनोज ने पहली पत्नी को छोड़ दिया था। उसने ममता से दूसरी शादी नहीं की थी बल्कि दोनों पिछले पांच साल से लिव-इन में रह रहे थे।
एसपी ने बताया कि परिवार मंदिर के पास फूल सामग्री की रेहड़ी लगाता था। तीन महीने पहले ही परिवार जयसिंहपुरा से यहां शिफ्ट हुआ था। घर का किराया करीब 1800 रुपए महीना है। पुलिस मौके पर पहुंची तो तीन लोगों के मुंह से झाग निकल रहा था। जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) की टीम को बुलाया गया है।
काफी देर तक दरवाजा खटखटाया, लेकिन नहीं खुला
कमरे के अंदर सबसे पहले घुसने वाले जितेंद्र सोलंकी ने बताया कि सुबह 10.30 बजे मनोज की जान-पहचान वाले मेरे पास आए। कहने लगे कि उनके घर का दरवाजा नहीं खुल रहा है। हम पहुंचे तो देखा कि आसपास के लोगों की भीड़ जुटी हुई थी। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद भी किसी ने नहीं खोला। इसके बाद मैंने जोर से धक्का दिया तो अचानक से दरवाजा खुल गया। अंदर का नजारा देख सभी सहम गए।
मकान मालिक ने दी पुलिस को जानकारी
मकान मालिक आसाराम ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो कमरे के अंदर मनोज राठौर फांसी के फंदे पर लटका हुआ है। वहीं, पास में ही उसकी लिव-इन-पार्टनर ममता और ममता के दो बच्चों के शव पड़े हैं। ममता और दोनों बच्चों के मुंह से झाग निकल रहा है।
कर्ज से परेशान था मनोज
ममता की मौसी सुमित्रा शिंदे ने बताया कि ममता मनोज राठौर के साथ पांच साल से रह रही थी। उसके दोनों बच्चे पहले पति से ही थे। पहले पति से विवाद के बाद से ममता अलग रह रही थी। ममता और मनोज दोनों का घर आमने-सामने था। दोनों के बीच दोस्ती हो गई। पांच साल पहले साथ रहने का फैसला किया। कई बार रिश्तेदारों ने मनोज को समझाया, लेकिन वो लगातार कर्ज लेता जा रहा था। कितने का कर्ज था ये तो नहीं पता, लेकिन लोग आए दिन अपने पैसे मांगते रहते थे। हो सकता है, कर्ज से परेशान होकर ही मनोज ने यह कदम उठाया हो।
15 साल पहले हुई थी ममता की शादी
15 साल पहले ममता की शादी नागदा में हुई थी। पुलिस की प्राथमिक जांच में पता चला है कि ममता का पति उसके साथ मारपीट करता था। इसलिए वो पति को छोड़कर उज्जैन आ गई थी। 2017 में मनोज की भी शादी हो चुकी थी, लेकिन मनोज की पत्नी मानसिक रूप से बीमार रहती थी। इसलिए मनोज ने उसे छोड़ दिया। नागदा से अपना घर छोड़कर उज्जैन आई ममता मनोज के घर के सामने ही किराए पर रहने लगी थी।