मध्यप्रदेश के जावरा पुलिस ने गौवंश से भरी पिकअप वाहन को जब्त करते हुए 3 आरोपियों के खिलाफ गौ तस्करी के तहत मामला दर्ज किया। वहीं सोशल मीडिया पर पिकअप वाहन ड्राइवर का वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो के अनुसार सरवानिया महाराज पुलिस चौकी के बाहर हंड्रेड डायल पर तैनात पुलिसकर्मी द्वारा 1000 लेकर वाहन निकाला जाता है। वही मंदसौर हाईवे बाईपास पर काले रंग की बिना नंबर की पल्सर मोटरसाइकिल पर तैनात पुलिसकर्मी द्वारा 1000 लेकर वाहन को निकाला जाता है।
दरअसल पिकअप वाहन क्रमांक MP43G4947 मैं गोवंश भरकर ले जाया जा रहा था जिनके खाने पीने और हवा की पर्याप्त व्यवस्था भी नहीं की गई थी। इस वाहन को जब कुछ लोगों ने देखा तो रुकवाया और वाहन चालक से पूछा तो उसने बताया कि रतनगढ़ के पास नीलिया से इन्हें भरकर लाया गया है। वही पैसों की बात आती है तो ड्राइवर कहता है कि सरवानिया पुलिस चौकी के बाहर हंड्रेड डायल पर तैनात पुलिसकर्मी द्वारा 1000 लिए गए और मंदसौर हाईवे बाईपास पर काले रंग की मोटरसाइकिल पल्सर बिना नंबर प्लेट लगी वाहन पर सवार पुलिसकर्मी द्वारा 1000 लेकर बाहर गोवंश से भरे पिकअप वाहन को निकाला गया।
जावरा औद्योगिक थाना क्षेत्र की पुलिस ने पिकअप वाहन को जप्त करते हुए 3 आरोपियों के खिलाफ गोवंश अधिनियम के तहत मामला दर्ज करते हुए पिकअप वाहन को जप्त किया गया। तो वही पशुओं को गोशाला छुड़वाया गया।
वायरल वीडियो के बाद लोगों में आक्रोश - https://youtube.com/shorts/feHUD727sC8?feature=share
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो इसको लेकर आम लोगों में आक्रोश दिखाई दे रहा है कि किस तरीके से गोवंश से भरे वाहनों को पुलिस पैसा लेकर पार करवाती हैं। अगर ड्राइवर की माने तो गोवंश तस्करी के लिए ले जा रहे इन वाहनों से मोटी रकम वसूली जा रही है जिससे पुलिस को अपराध पर अंकुश लगाना चाहिए वही इसे बढ़ावा देती हुई अपराध में लिप्त दिखाई दे रही है।
हालांकि पूरे मामले में सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है उससे पुलिस की साख खराब होती दिखाई दे रही है ऐसे में देखना होगा मंदसौर पुलिस कप्तान और नीमच पुलिस कप्तान क्या इस वीडियो में जो ड्राइवर कह रहा है उसकी पड़ताल करेंगे और अगर पुलिसकर्मी दोषी है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।