नीमच जिले में परिवहन अधिकारी की लापरवाही के चलते बस में सफर करने वाले यात्रियों की जान के साथ खुलेआम बस मालिकों द्वारा खिलवाड़ किया जा रहा है। सिर्फ हादसे के बाद परिवहन अधिकारी का एक्शन मोड दिखाई देता है। फिर यह कार्यवाही ठंडे बस्ते में हो जाती है। और यह बस मालिक खुलेआम यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ करते हुए सवारी बसों को ओवरलोडिंग वाहन बनाते हुए बेखौफ आवागमन कर रहे।
रविवार सुबह भी जय श्री गणेश की बस का कलेक्ट्रेट चौराहे के समीप बस का आगे का पहिया टूट गया। जिसके चलते बड़ा हादसा होते-होते टला। बस के ऊपर की फोटो देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि बस नहीं बल्कि ट्रक बना कर बैखोफ बस मालिकों द्वारा आवागमन किया जा रहा है और आरटीओ अधिकारी अपनी आंखों पर काली पट्टी बांधे दिखाई दे रही है।
जबकि यातायात के नियमों का पालन करवाना परिवहन अधिकारी का मुख्य काम होता है ताकि यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ ना हो और सुरक्षित सफर किया जा सके। नीमच में चर्चा है कि ऐसे बस मालिकों की बंदी के चलते परिवहन अधिकारी इन बसों पर कोई कार्रवाई नहीं करती।
खैर देखना यह होगा कि क्या यह बस मालिक ऐसे ही सवारी बसों को ओवरलोडिंग वाहन बनाकर बेखौफ यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ करते रहेंगे या फिर परिवहन विभाग कुंभकर्णी नींद से जागते हुए ऐसी बसों पर सख्त कार्रवाई करेगा ताकि यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ ना हो।