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नई परिषद, गुमटी माफिया फिर सक्रिय, शहर की सुंदरता पर बदनुमा दाग, ऑफिसर रहवासी क्षेत्र को भी नहीं छोड़ा, क्या नवागत नपाध्यक्ष लेगी संज्ञान, पढिए पुरी खबर....

Pradesh Halchal - डेस्क रिपोर्टर August 21, 2022, 8:26 pm Technology

नीमच शहर में नई परिषद बनने के बाद एक बार फिर गुमटी माफिया सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। हाल ही में किलेश्वर मंदिर के समीप केवी स्कूल के सामने अवैध रूप से एक गुमटी को रखा गया है जो चर्चा का विषय बनी हुई है। अधिकारियों के रहवासी क्षेत्र में ही अगर इस तरीके का हाल है तो शहर के ओर क्षेत्रों में क्या तस्वीरें होने वाली इसका अंदाजा लगा सकते हैं। वही प्राइवेट स्टैंड सहित अन्य क्षेत्रों में भी अवैध रूप से गुमटियां रखी जा रही है।  

नई परिषद बनने से पहले नपा अधिकारियों की थी सख्ती

नई परिषद बनने से पहले जब कलेक्टर प्रशासक थे उस समय अवैध गुमटियों के खिलाफ विशेष करके अभियान चलाया जा रहा था। जैसे ही शिकायत मिलती परिषद का अमला मौके पर पहुंचकर अवैध गुमटी को हटाने की कार्यवाही करता। जिसके चलते अवैध गुमटीओ के अवैध कारोबार पर अंकुश लगता दिखाई दे रहा था।

लेकिन नई परिषद बनते ही फिर गुमटी माफिया सक्रिय हो गए हैं। और अवैध तरीके से गुमटियों को रखकर उन्हें किराए पर देने का अवैध कारोबार चलता दिखाई दे रहा है।

गुमटियां को बनाया अवैध कमाई का जरिया 

नीमच शहर के कई ऐसे क्षेत्र है जैसे नीमच सिटी रोड, दशहरा मैदान, किलेश्वर रोड प्राइवेट बस स्टैंड जहा कुछ लोगो ने राजनितिक सरक्षण के चलते अवैध रूप से गुमटियां रख दी और उन्हें 3  से 5 हजार में किराए पर दे रखा है। और अपनी अवैध कमाई का जरिया बना रखा है।     

नवागत अध्यक्ष से उम्मीद

तेजतर्रार कहीं जाने वाली नवागत नपाध्यक्ष स्वाति गौरव चोपड़ा वैसे तो इन दिनों एक्शन मोड को लेकर चर्चा में है लेकिन देखना यह होगा कि क्या शहर की सुंदरता पर बदनुमा दाग अवैध गुमटियों को लेकर भी नपाध्यक्ष का एक्शन मोड दिखाई देगा। या फिर ऐसे ही शहर की सुंदरता पर बदनुमा दाग बढ़ते जाएंगे।

फुटपाथ पर लगी अस्थाई दुकानों को हटाने पहुंचा अमला

टैगोर मार्ग पर लगने वाली दुकानों से जिन गरीब लोगों के घरों में त्यौहार मनता है उनको आज नपाध्यक्ष के निर्देशों पर नपा का अमला जैसीबी लेकर हटाने पहुंचा। जिसको लेकर बताया जा रहा है कि कांग्रेस के एक पार्षद ने शिकायत की थी। लेकिन बाद में नपा का अमला वापस लौटा।

खैर अब सवाल यह खड़ा होता है कि गरीब लोगों की त्यौहार पर लगने वाली छोटी दुकानें तो जेसीपी लेकर नापा कमला हटाने पहुंच गया तो फिर राजनीतिक संरक्षण के चलते शहर में लग रही अवैध गुमटियों को हटाने क्या अमला पहुंचेगा या फिर राजनीतिक संरक्षण के चलते इन्हे बढ़ावा मिलेगा।

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