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ऐप से महिला की आवाज निकालकर ठेकेदार को बनाया निशाना, फिर कर ली 58 लाख की ठगी, साइबर क्राइम पुलिस का आया ठेकेदार के पास नोटिस, पढ़िए फिर क्या हुआ

Pradesh Halchal - डेस्क रिपोर्टर April 10, 2022, 5:38 pm Technology

साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते ही चले जा रहे है।  ऐसा ही एक मामला सामने आया जहा साइबर क्रिमिनल ने महिला बनकर भोपाल के गवर्मेंट कॉन्ट्रैक्टर से 58 लाख रुपए ठग लिए। कॉन्ट्रैक्टर को जाल में फंसाने के लिए उसने मोबाइल ऐप के जरिए महिला की आवाज में बात कर दोस्ती गांठी। इसके बाद भोपाल में बियर बार में निवेश करने का झांसा देकर 58 लाख 88 हजार रुपए अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करा लिया। जब कॉन्ट्रैक्टर ने अपना पैसा मांगा तो साइबर क्रिमिनल ने बताया कि वह एस्कॉर्ट सर्विस की वर्कर है। अब पैसे मांगा तो सेक्स रैकेट में फंसा दूंगी। बदनामी के डर से ठेकेदार चुप रहा। हाल ही में उसके पास झारखंड साइबर पुलिस रांची का नोटिस आया। नोटिस में उन्हें जवाब देने के लिए बुलाया गया। इसके बाद उन्होंने कोहेफिजा थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

उप निरीक्षक रामकरण ने बताया कि जैन नगर लालघाटी में रहने वाले रतनलाल पिता रामस्वरूप (40) गवर्नमेंट कॉन्ट्रैक्टर हैं। उन्होंने पुलिस शिकायत करते हुए बताया कि जुलाई 2018 में उनके पास एक कॉल आया। कॉलर की आवाज महिला की थी। उसने अपना नाम दीप्ति सिंह बताते हुए उन्हें बताया कि एमपी नगर में बियर-बार खोलना है। बीयर बार में अच्छा लाभ होगा। आप पार्टनर बन जाएं। धंधे में जो पैसा लगाएंगे उसका दोगुना ब्याज देंगे। रतनलाल उसके झांसे में आ गए। दोनों की बात होने लगी।

इसी बीच दीप्ति ने उनसे 10 हजार रुपए पेटीएम करने के लिए कहा। उन्होंने 10 हजार रुपए कर दिए। 15 दिन के अंदर उसने करीब 10 लाख रुपए इसी तरह से अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करा लिए। इस बीच दोनों के बीच फोन पर लंबी बात होती रहीं। दोनों एक दूसरे के फ्रेंड बन गए। इसके 20 दिन बाद उन्होंने फोन लगाकर दीप्ति से अपने पैसे मांगे। इस पर उसने कहा कि वह एस्कॉर्ट सर्विस से बोल रही है। मैं सेक्स रैकेट का संचालन करती हूं। मुझसे पैसे मांगे तो तुम्हें देह व्यापार के मामले में फंसा दूंगी। यदि बदनामी नहीं चाहते हो और जेल नहीं जाना है तो मेरे दिए गए खाते में रुपए जमा करा देना। बदनामी के डर से ठेकेदार डर गया। दीप्ती जब भी पैसे मांगती, वह उसके बैंक खाते में डाल देता था। ठेकेदार जुलाई 2018 से मार्च 2019 के बीच जालसाज के खाते में 58 लाख से अधिक की राशि खातों में जमा करा चुके हैं। चार बैंक खातों में यह रकम गई है।

17 दिसंबर को आया नोटिस

रतन लाल के पास 17 दिसंबर 2021 को झारखंड साइबर क्राइम पुलिस रांची से उनके पास एक नोटिस आया। नोटिस में उन्हें साइबर क्राइम रांची में बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया। नोटिस में बताया गया कि उनके बैंक खाते से साइबर क्रिमिनल के खाते में 58 लाख रुपए भेजे गए हैं। साइबर क्राइम रांची ने उक्त साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद रतनलाल भोपाल पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई। जांच के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया।

मोबाइल ऐप से महिला की आवाज

पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि साइबर क्रिमिनल ने मोबाइल ऐप के जरिए महिला की आवाज में रतनलाल से बात की थी। रतनलाल उसके झांसे में आ गए। उन्होंने अपनी जमा पूंजी साइबर क्रिमिनल के खाते में ट्रांसफर कर दी। कोहेफिजा पुलिस रांची से क्रिमिनल को भोपाल लाएगी। जिससे की ठगी का खुलासा हो सके।

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