जावद ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के ब्लॉक अध्यक्ष कैलाशचंद्र अहीर ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत को आजाद करवाने में अहम भुमिका निभाने वाले एवं आजाद हिंद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती रविवार को प्रातः 11 बजे ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के बेनर तले सती माता जी के मंदिर पर मनाई गई। सर्वप्रथम नेताजी के चित्र पर माल्यापर्ण किया गया एवं नेताजी की जीवनी पर प्रकाश डाला।
जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी जिलाध्यक्ष एवं जावद विधानसभा के प्रत्याशी रहे राजकुमार अहीर ने अपने उद्धबोदन में कहा कि भारत के नेताजी सुभाषचंद्र बोस स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रणी तथा सबसे बड़े नेता थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान, अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ने के लिये, उन्होंने जापान के सहयोग से आज़ाद हिन्द फौज का गठन किया था । उनके द्वारा ‘जय हिंद’ का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा बन गया है। ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूँगा’ का नारा भी उनका था जो उस समय अत्यधिक प्रचलन में आया। भारतवासी उन्हें नेता जी के नाम से सम्बोधित करते हैं।
जावद ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के ब्लॉक अध्यक्ष कैलाशचंद्र अहीर ने कहा कि नेताजी सुभाषचन्द्र बोस का जन्म 23 जनवरी सन् 1897 को ओड़िशा के कटक शहर में हिन्दू कायस्थ परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम जानकीनाथ बोस और माँ का नाम प्रभावती था। जानकीनाथ बोस कटक शहर के मशहूर वकील थे। पहले वे सरकारी वकील थे मगर बाद में उन्होंने निजी प्रैक्टिस शुरू कर दी थी। उन्होंने कटक की महापालिका में लम्बे समय तक काम किया था और वे बंगाल विधानसभा के सदस्य भी रहे थे। अंग्रेज़ सरकार ने उन्हें रायबहादुर का खिताब दिया था।
इस अवसर पर जावद विधानसभा के लोकप्रिय कांग्रेस नेता राजकुमार अहीर, ब्लॉक अध्यक्ष कैलाश अहीर, पुर्व पार्षद अरविंद बग्गड़, फजलेनबी छिपा, शाकिर अंसारी, शांतिलाल झाडोतिया, प्रहलाद धाकड़, रमेश भानु टेलर, राजेंद्र ऐरन, सलीम सरवारी, मधुसुदन पांडे, हनि तोतला, विपीन श्योपुरा, मुकेश धनगर, यशपाल भटेवरा, हरिश नागदा, प्रकाश अन्याणा आदि कांग्रेस कार्यकर्तागण मौजूद थे। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी हबीब राही द्वारा दी गई।