मध्यप्रदेश के नीमच जिले में थाने और चौकी पर कई पुलिसकर्मी ऐसे हैं जो थाना प्रभारी से लगाकर चौकी प्रभारी बदल गए लेकिन अभी तक प्रधान आरक्षक और आरक्षक जो एक ही थाने और चौकी पर पदस्थ दिखाई दे रहे हैं। यदा कदा उनका ट्रांसफर होता है तो वापस जुगाड़ कर उसी थाने और चौकी पर पहुंच जाते हैं। ऐसे में क्षेत्र में अवैध गतिविधियों को अंजाम देकर पैसों की बंदरबांट करने वाले एक आरक्षक ने खुद ही अपनी पोल खोली और व्हाट्सएप ग्रुप पर नीमच मीडिया जगत को बदनाम करने और पैसा बांटने का जिक्र किया गया।
दरअसल नयागांव चौकी पर पदस्थ प्रधान आरक्षक महेश तोमर इन दिनों काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं। उनकी एक पोस्ट ने खाकी के कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए। कि आखिर नयागांव चौकी पर सालों से पदस्थ प्रधान आरक्षक महेश तोमर ऐसे चौकी पर क्या काले पीले कर रहा है कि पूरी मीडिया जगत को पैसा बांटने का दावा कर रहा है। हालांकि पुलिसकर्मी की पैसों की बंदरबांट करने की पोस्ट के बाद भी अभी तक वरिष्ठ अधिकारियों ने इस पुलिसकर्मी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया।
2020 में तत्कालीन मंत्री और वर्तमान विधायक ने लिखा था पत्र
भाजपा सरकार के पुर्व कैबिनेट मंत्री और वर्तमान विधायक ओमप्रकाश सकलेचा ने वर्ष 2020 में 9 पुलिस कर्मियों को जावद विधानसभा क्षेत्र से बाहर भेजने और उनकी कार्यप्रणाली को लेकर आ रही शिकायतों को लेकर एक पत्र कलेक्टर और एसपी के नाम लिखा था। इसके बाद भी इस प्रधान आरक्षक की पकड़ इतनी मजबूत है कि इसे चौकी से हटाना नाम मुमकिन रहा और वर्ष 2020 के पत्र के बाद भी 4 साल से यह प्रधान आरक्षक महेश तोमर नयागांव चौकी पर पदस्थ और काले पीले कर अवैध रूप से रुपये क्या रहा और पैसों की बंदरबांट कर खाकी को दागदार कर रहा हैं।
कब होगा एक्शन, पुलिस की छवि की धूमिल
वर्तमान में नीमच एसपी अंकित जायसवाल पुलिस की छवि को बेहतर बनाने का प्रयास कर रहे हैं ऐसे में नयागांव चौकी पर पदस्थ प्रधान आरक्षक की पैसे बांटने की पोस्ट के बाद सभी को इंतजार है कि एसपी अंकित जायसवाल ऐसे प्रधान आरक्षक जो सालों से एक ही चौकी पर पदस्थ हैं उसे हटाते हुए उसके खिलाफ जांच करेंगे कि पैसे पुलिसकर्मी द्वारा किस बात के बांटे जा रहे हैं और ऐसा क्या अवैध कामों को अंजाम दिया जा रहा है ताकि पुलिस की छवि जनता के बीच साफ सूथरी और बेहतर बनी रहे।