नीमच शहर में इन दिनों रेत माफिया के हौसले इतने बुलंद है कि अब खुलेआम अवैध रेती से भरे ट्रैक्टर के वीडियो बनाने पर पत्रकारों को धमका रहे हैं। जिसका पूरा वीडियो भी कैमरे में कैद हुआ है। अब सवाल यह खड़ा होता है कि शहर में खुलेआम आम लोगों के लिए जानलेवा बने अवैध रैती से भरे ट्रैक्टर जो मुख्य मार्ग पर स्टंट करते हुए देखे जाते हैं। और राहगीर दहशत में सफर करते हैं इन सब तस्वीरों पर खनिज विभाग, यातायात और परिवहन विभाग आखिर मुक दर्शक क्यों है।
दरअसल मामला बीते कल रविवार दोपहर इंदिरा नगर भगवानपुरा चौराहे से डाक बंगले के बीच का है। जहां अवैध रेती से भरा ओवरलोडिंग ट्रैक्टर मुख्य मार्ग पर स्टंट करता हुआ दिखाई दिया। जिससे राहगीर हादसे का शिकार होते हुए बाल बाल बच्चे। इसी दौरान पत्रकार बबलू ने इस तस्वीर को अपने कमरे में कैद किया। तभी अपने आप को अवैध रेती का बड़ा कारोबारी बताते हुए महावीर गुर्जर नाम के व्यक्ति ने पत्रकार को देख लेने की और अंजाम भुगतने की धमकी दे डाली। हालांकि महावीर नाम के युवक की गुंडागर्दी की करतूत मोबाइल में कैद हो गई। जिसमें रेती के खिलाफ खबर छपने को लेकर पत्रकार राहुल का जिक्र भी किया गया और कहा गया कि इस तरह अगर रेती के खिलाफ खबर छपी तो मेरा नाम महावीर गुर्जर है अंजाम भुगतने को तैयार रहना।
हालांकि यह वीडियो सामने आने के बाद अब प्रशासन की कार्य प्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं की रेत माफिया खुलेआम पत्रकारों को इस तरीके से धमका रहे हैं और अवैध रेत से भरे ओवरलोड ट्रैक्टर मुख्य मार्ग पर स्टंट करते हुए आम राहगीरों के लिए जानलेवा बने हुए हैं तो फिर प्रशासन इन पर शिकंजा क्यों नहीं कस रहा। एक तरफ तो डीजीपी कैलाश मकवाना यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने का दावा कर रहे हैं। दूसरी तरफ यह ट्रैक्टर मुख्य मार्ग पर आम लोगों के लिए जानलेवा बने हुए हैं। और रेत माफिया खुलेआम दिनदहाड़े गुंडागर्दी पर उतर आए ऐसे पत्रकारों को धमका रहे हैं। खैर अब देखना है कि प्रशासन क्या इन अवैध रेती कारोबारी पर शिकंजा कंसेगा या फिर यह अवैध रेत कारोबारी ऐसे ही गुंडागर्दी और दादागिरी करते हुए अवैध रैती का कारोबार जारी रखेंगे।