ताजासमाचार

मलेरिया प्रभावित गांवों में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम, मच्छर जनित रोगों से बचाव की स्वास्थ्य विभाग ने दी सलाह, बुखार आने पर चिकित्सक की सलाह से ले उपचार

डेस्क रिपोर्टर October 29, 2023, 11:51 am Technology

वर्तमान मौसम मच्छर उत्पत्ति के अनुकूल होने के कारण मच्छर जनित बीमारियॉ यथा मलेरिया, डेंगू के प्रकरणों में वृद्धि परिलक्षीत हुई है। कलेक्टर श्री दिनेश जैन  एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा एस एस बघेल  के निर्देशन व मार्गदर्शन में जावद ब्लॉक के मलेरिया प्रभावित ग्रामों में तीन डॉक्टरों सहित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम गठित कर फीवर सर्वे, लार्वा सर्वे व लार्वा नष्टीकरण का कार्य किया जा रहा है। मलेरिया पॉजिटिव रोगियों का उपचार किया जा रहा है। उक्त्तत जानकारी देते हुए श्री अल्पेश कुमार बारिया ने बताया कि डेंगू प्रभावित कुकड़ेश्वर में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं नगर परिषद के कार्यकर्ताओं की संयुक्त 15 टीमे गठित कर लार्वा सर्वे व नष्टि करण  का कार्य किया गया है। जिले के समस्त ग्रामों में विशेष निगरानी बनाए रखने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया गया है मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए मच्छर की उत्पत्ति रोकना एवं मच्छर के काटने से बचाव अति आवश्यक है।

मलेरिया बीमारी के मुुख्य लक्षण सर्दी व कंपन के साथ तेज बुखार उल्टियॉ और सिरदर्द, पसीना आकर बुखार उतरना, बुखार उतरने के बाद थकावट व कमजोरी होना इत्यादि है। डेंगू के मुख्य लक्षण अकस्मात तेज सिर दर्द व बुखार का होना, मांसपेशियों तथा जोडों में दर्द होना, ऑखों के पीछे दर्द होना, जो कि ऑखों के घुमाने से बढ़ता है, जी मिचलाना एवं उल्टी होना, गंभीर मामलों में नाक, मुॅह , मसूडों से खून आना अथवा त्चचा पर चकत्ते उभरना इत्यादि है। बुखार आने पर आशा कार्यकर्ता या नजदीकि स्वास्थ्य केन्द्र पर सम्पर्क कर मलेरिया की जॉच अवश्य करावे। मलेरिया जॉच पॉजिटीव आने पर पूर्ण उपचार ले, खाली पेट कदापि न लें। डेंगू की जॉच जिला चिकित्सालय में निःशुल्क उपलब्ध है। डेंगू पाये जाने पर बुखार उतारने के लिए केवल पैरासिटामोल ले सकते है। एस्प्रीन या इबुब्रेफेन का उपयोग ना करे। डॉक्टर की सलाह से उपचार प्राप्त करे।

मच्छर अक्सर कूलर, पानी की टंकी, पक्षियों के पीने के पानी का बर्तन, फ्रिज की ट्रे, फूलदान, नारियल का खोल, टूटे हुए बर्तन व टायर में रूके हुए साफ पानी में तथा नालियों के रूके हुए पानी में पनपते है। अतः अपने घर के आसपास पानी के गढ्डों को मिट्टी से भर दे। पानी से भरे रहने वाले स्थानों पर मिट्टी का तेल या जला हुआ इंजन ऑयल डाले। घर व आसपास अनुपयोगी सामग्री में पानी जमा न होने दे। पानी के उपयोग के बर्तन/सामग्री इत्यादि सप्ताह में एक बार साफ करके सुखाकर फिर उपयोग करे। मच्छर के काटने से बचने के लिए सांय में घर में नीम की पत्तियों का धुआ करे। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करे। ऐसे कपडेे पहने जो बदन को पूरी तरह ढंके।

Related Post