जिले के सभी जल स्त्रोतों में वर्तमान में उपलब्ध एवं संग्रहित जल का उपयोग पेयजल के लिए करने को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान करें। संग्रहित जल की सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था करें। जल के मितव्ययी उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए जनजागरण अभियान चलाए। यह निर्देश कलेक्टर श्री दिनेश जैन ने शुक्रवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में विधायक दिलीपसिह परिहार, की उपस्थिति में आयोजित जिला स्तरीय जल उपयोगिता समिति की बैठक को सम्बोधित करते हुए दिए।
इस मौके पर विधायक मनासा के प्रतिनिधि आकाश श्रीवास्तव, नीमच न.पा.अध्यक्ष स्वाति चौपडा, जल संसाधन कार्यपालन यंत्री एच.के.मालवीय तभा सभी सीएमओ एवं जिला अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर जैन ने जिले के जल स्त्रोंतो, तालाबों में जल भराव की स्थिति की समीक्षा की। उन्होने निर्देश दिए कि किसानों को कम सिंचाई कम पानी में अधिक उपज देने वाली फसलों को बोने के लिए प्रेरित किया जाये। इसके लिए कृषि एवं उद्यानिकी विभाग वृहद स्तर पर अभियान चलाए। जागरूकता कार्यशाला आयोजित करें।
कलेक्टर दिनेश जैन ने कहा कि पेयजल के मितव्ययी उपयोग को प्रोत्साहित किया जावे तथा सभी नगरीय निकाये पेयजल के अपव्यय को रोकने के लिए अभियान चलाए। खुले नलों पर टोटिया लगवाये।
बैठक में विधायक दिलीप सिह परिहार ने हर्खियाखाल एवं ठिकरिया डेम की क्षमता वृद्धि के लिए ऊंचाई बढाने के प्रस्ताव का शासन स्तर पर फालोअप करने का सुझाव दिया। बैठक में कलेक्टर ने सभी नगरीय निकायों, विभागों को जल संसाधन विभाग को जलकर की बकाया राशि जमा करवाने के निर्देश भी दिए।
जल संसाधन कार्यपालन यंत्री एच.के.मालवीय ने जिले के सभी तालाबों, सिंचाई परियोजनाओं, जल स्त्रोतो की क्षमता, वर्तमान में हुए जल भराव, सिंचाई के प्रायोजन के लिए जल को आरक्षित एवं पेयजल के लिए जल आरक्षित रखने के बारे में विस्तार से बताया।