नीमच सिटी थाने में दर्शन शर्मा के खिलाफ कुटरचित दस्तावेज के मामले में पुलिस ने मामला दर्ज किया। वहीं आरोपी को पुलिस गिरफ्तार करती उससे पहले ही आरोपी फरार हो गया। इधर जिला पंचायत कार्यालय में हनुमंतिया व्यास में फर्जी पट्टे आवंटन की शिकायत पर आरोपी दर्शन शर्मा की फरारी के साथ ही जांच ठंडे बस्ते में दिखाई दे रही है । जांच प्रतिवेदन जिला पंचायत सीईओ के ऑफिस में जाने के बाद 1 माह का समय बीत गया, अभी तक नीमच तहसील कार्यालय को लेआउट स्वीकृति के पत्र की जानकारी के लिए जिला पंचायत कार्यालय से पत्र नहीं लिखा गया। जिसको लेकर ऐसा लग रहा है कि दर्शन शर्मा की फरारी के साथ ही जांच ठंडे बस्ते में चली गई।
दरअसल शिकायतकर्ता दर्शन शर्मा द्वारा दो अलग-अलग शिकायत की गई थी जिसमें से नियमों के विरुद्ध पंप आवंटन की शिकायत तो झूठी साबित हुई। वही हनुमंतिया व्यास में एक ही परिवार के 3 लोगों को पट्टे आवंटन की शिकायत के मामले में जिला पंचायत सीईओ गुरुप्रसाद ने जांच दल का गठन किया। इस मामले में जांच अधिकारी सृज्जन वर्मा ने अपना प्रतिवेदन बनाकर 1 माह से अधिक का समय हो गया, जिला पंचायत सीईओ गुरु प्रसाद को भेजा गया। जिसकी प्रतिलिपि सूचना के अधिकार में शिकायतकर्ता को भी उपलब्ध कराई गई।
जांच अधिकारी सृजन वर्मा के प्रतिवेदन के अनुसार 3 पट्टो में से एक पट्टा तो अपात्र बताया गया। वहीं दो अन्य पट्टों के आवंटन के लिए लेआउट स्वीकृति संबंधित पत्र पंचायत में प्राप्त नहीं हुआ, जिसके लिए जिला पंचायत सीईओ गुरुप्रसाद ने मीडिया को बातचीत में कहा था कि तहसील कार्यालय को पत्र लिखकर लेआउट स्वीकृति पत्र की जानकारी मंगाई जा रही है, जिसके बाद शिकायत पर फाइनल प्रतिवेदन तैयार किया जाएगा।
इस बीच सिटी पुलिस ने शिकायतकर्ता दर्शन शर्मा के खिलाफ कूटरचित दस्तावेज के मामले में एफआईआर दर्ज कर दी। आरोपी दर्शन शर्मा की गिरफ्तारी होती उससे पहले ही आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। इसके बाद जिला पंचायत कार्यालय में फर्जी पट्टा आवंटन के मामले में हनुमंतिया व्यास की शिकायत ठंडे बस्ते में दिखाई दे रही हैं।
हालांकि पूरे मामले में जिला पंचायत सीईओ गुरुप्रसाद से बात की तो उन्होंने कहा कि जल्द ही राजस्व विभाग को पत्र लिखकर लेआउट स्वीकृति संबंधित जानकारी मंगवाई जाएगी। जिसके बाद शिकायत पर फाइनल प्रतिवेदन तैयार कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इनका कहना
जांच प्रतिवेदन मेरे पास आया है फिलहाल तहसील कार्यालय को लेआउट स्वीकृति संबंधित जानकारी के लिए जल्द पत्र लिखा जाएगा जिसके बाद फाइनल प्रतिवेदन तैयार कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। - गुरुप्रसाद, सीईओ जिला पंचायत।