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अवैध कॉलोनी की शिकायत, 12 दिन बाद भी जांच ठंडे बस्ते में, राजस्व विभाग के जिम्मेदारों की संदिग्ध भूमिका, रफीक, निजाम और शंकर कटपीस का खेल, मनासा की तरह क्या नीमच में भी होगा मामला दर्ज

नीमच - March 2, 2023, 9:51 am Technology

मध्यप्रदेश शासन ने वर्ष 2016 के बाद जो अवैध कॉलोनियां काटी गई, उनके खिलाफ कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए। लेकिन नीमच में वर्ष 2016 के बाद भी लोगों के साथ अवैध कॉलोनी के नाम पर धोखाधड़ी करते हुए रजिस्ट्री करवाई गई। राजस्व विभाग के जिम्मेदारों को जिनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, वही देखा जा रहा है कि अवैध कॉलोनी काटने वाले को शिकायत के बाद भी जिम्मेदार कार्रवाई करने की जगह बचाने में लगे हुए हैं।

नीमच शहर के बघाना क्षेत्र में लोगों के साथ धोखाधड़ी करते हुए सस्ते दामों पर अवैध कॉलोनी काटते हुए प्लाट बेचने का काम किया गया। जिसकी शिकायत नीमच सिटी निवासी इम्तियाज हुसैन ने 21 फरवरी को जनसुनवाई में की। जनसुनवाई में शिकायत होने के बाद मामला मीडिया की सुर्खियां बना तो राजस्व विभाग के जिम्मेदार मामले में जांच प्रतिवेदन तैयार करने की बात कहते दिखाई दिए लेकिन शिकायत के 12 दिन बीतने के बाद भी अभी तक जांच प्रतिवेदन तैयार होकर वरिष्ठ अधिकारियों को प्रस्तुत नहीं किया गया। आखिर ऐसा क्या है कि राजस्व विभाग के जिम्मेदार अवैध कॉलोनी काटने वाले को बचाने में लगे हुए हैं।

बताया जा रहा है कि भूमि सर्वे नंबर 166 और 167 पर रफीक निजाम ने मिलकर अवैध कॉलोनी काट दी और 100 से ज्यादा अवैध प्लाट काटते हुए लोगों के फर्जी तरीके से रजिस्टर करवा दी। न टाउन एंड कंट्री की परमिशन, न डायवर्शन इसके बिना ही लोगों के साथ धोखाधड़ी करते हुए अवैध कॉलोनी काटने का खेल खेला गया। इसमें एक नहीं बल्कि 8 से 10 लोगों का गिरोह हैं। जिन्होंने अवैध कॉलोनी काटते हुए मध्यप्रदेश शासन के नियमों की धज्जियां उड़ाई और लोगों के साथ धोखाधड़ी की।

वहीं बताया जा रहा है कि रफीक व निजाम के साथ-साथ शंकर कटपीस भी इस अवैध कॉलोनी में शामिल थे। वही पास पास दो अलग-अलग कॉलोनी काटते हुए लोगों के साथ धोखाधड़ी करने का खेल खेला गया। चर्चा ऐसी भी है कि जगह तो कम खरीदी थी लेकिन उससे भी ज्यादा प्लाटों की रजिस्ट्री मौके पर करवाई गई।  जिसके चलते अवैध कॉलोनी का भंडाफोड़ हुआ और शिकायत जनसुनवाई तक पहुंची।

अवैध कॉलोनी काटने वाले जाएंगे जेल

मध्यप्रदेश शासन के स्पष्ट निर्देश है कि 2016 के बाद अवैध कॉलोनी काटते हुए जिन लोगों ने लोगों के साथ धोखाधड़ी की और रजिस्ट्री करवाई है उनका जेल जाना तय है उनके खिलाफ प्रशासन को प्रकरण पंजीबद्ध कर कार्यवाही करनी चाहिए। अब देखना यह होगा कि बघाना क्षेत्र में रफीक, निजाम और शंकर कटपीस द्वारा जो अवैध कॉलोनी काटते हुए प्लाटों का विक्रय किया गया। क्या इस मामले में प्रशासन निष्पक्ष कार्रवाई करते हुए इन्हें जेल भेजेगा या फिर मामला सेट करते हुए, यह लोग ऐसे ही लोगों के साथ धोखाधड़ी करते हुए अवैध कॉलोनी काटते रहेंगे।

नपा जिम्मेदारों की सबसे बड़ी लापरवाही

अवैध कॉलोनी काटने वालों के खिलाफ सबसे मुख्य जिम्मेदारी नगर पालिका के जिम्मेदारों की होती है। ऐसे लोगों के खिलाफ नगरपालिका प्रशासन को थाने में एफआईआर दर्ज करवानी चाहिए। जिसका ताजा उदाहरण मनासा में देखा गया था, जहा कॉलोनाइजर मनोज छाबड़ा के खिलाफ तत्कालिन सीएमओ ने अवैध कॉलोनी के मामले में थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी जिस पर न्यायालय ने सुनवाई करते हुए अवैध कॉलोनी काटने वाले आरोपी को सजा भी सुनाई। क्या अब इस मामले मे भी नीमच नगर पालिका निष्पक्ष कार्यवाही करते हुए अवैध कॉलोनी काटने वाले के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज करवाएगे या फिर रसूख के दम पर यह लोग बच जाएंगे।

यह है इनका कहना

बघाना क्षेत्र में अवैध कॉलोनी काटने की शिकायत आई थी, जिस पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए। मौके पर निरीक्षण कर लिया गया है अब जांच रिपोर्ट आना बाकी है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। - ममता खेड़े एसडीएम नीमच।

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