मनासा तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत भाटखेड़ी बुजुर्ग के वार्ड क्रमांक 20 के नई आबादी भीलो की बस्ती से लेकर श्मशान घाट तक करीब आधा किलोमीटर तक पहुंचने के लिए रास्ता नहीं होने के कारण अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करने के लिए जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है!
शनिवार को बस्ती के लोगों ने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को प्रभुलाल भील का स्वर्गवास हो गया था दहन के लिए लकड़ी कंधे पर उठाकर खेतो से व नाले से होकर श्मशान तक पहुँचाना पड़ी , शमशान तक पहुंचने के लिए रास्ता न होने के कारण पिछले कई वर्षों से लोगों को समस्या हो रही है ,बरसात में इस से भी ज्यादा समस्या होती है ,,बस्ती वालों ने मांग की है कि श्मशान घाट तक पहुंचने हेतु रास्ता दिया जाए इस मामले में कई बार ग्राम पंचायत संबंधित अधिकारी पटवारियों को अवगत करवाया लेकिन समस्या का अभी तक कोई हल नहीं हुआ ,परेशानी उस समय ज्यादा बढ़ जाती है जब खेतों में फसल लगी हो या फिर बरसात का मौसम हो। मुक्तिधाम तक रास्ता बनाए जाने के लिए ग्रामीण कई बार मांग कर चुके हैं, लेकिन अभी तक रास्ता नहीं बना।