नीमच जिले के जावद तहसील के अंतर्गत आने वाले मोरवन ग्राम में चलने वाली फर्जी पैथोलॉजी लैब और फर्जी शुभमन अस्पताल पर इन दिनों चिकित्सा विभाग के सीएमएचओ से लगाकर जावद बीएमओ साहब खासे मेहरबान दिखाई दे रहे हैं। और उनकी मेहरबानी के चलते आम जनता के साथ बिना रजिस्ट्रेशन पैथोलॉजी और अस्पताल का संचालन किया जा रहा है। साथ ही मरीजों से मोटी रकम वसूली जा रही हैं।
जहां चिकित्सा विभाग के जिम्मेदारों को इस फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाने का दायित्व दिया जाता है। वही डाटर साहब की खास पहचान होने के चलते जावद बीएमओ से लगाकर सीएमएचओ साहब इस फर्जी लैब पर ओर शुभमन अस्पताल पर मेहरबान दिखाई दे रहे हैं। और लोगों की जान के साथ खुलेआम खिलवाड़ करते हुए बिना रजिस्ट्रेशन फर्जी लेब और अस्पताल चलाया जा रहा है। चिकित्सा के नाम पर हो रहे इस फर्जीवाड़े को देख कर भी जिम्मेदार खामोश दिखाई दे रहे हैं। जो उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे ?
आम लोगों से चर्चा के दौरान अपनी पीड़ा बताई की कोरोना काल में भी मोरवन में जो हालात बिगड़े थे वो इसी फर्जी अस्पताल की लापरवाही के चलते सामने आए। जहां कोरोना को टाइफाईड का नाम देकर मरीजों को गुमराह किया गया और मोटी रकम वसूली गई। वहीं बाद में गंभीर हालत होने पर उन्हें नीमच रेफर किया गया। जहां कई लोगों ने अपनी जान गवाई। गरीब लोगों के साथ जांच के नाम पर वसूली की गई और ऐसी जांच रिपोर्ट उनके हाथ में पकड़ाई जाती है जिसके ऊपर न तो पैथोलॉजी लैब का नाम है ना डॉक्टर के हस्ताक्षर।
ऐसे में अब सवाल यह खड़ा होता है कि आम गरीब लोगों से मोटी रकम वसूलने का काम मोरवन के जावद मार्ग पर स्थित बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे फर्जी शुभमन हॉस्पिटल में किया जा रहा है।
खैर देखना यह होगा कि क्या अब जिला कलेक्टर मामले को संज्ञान में लेंगे और इस फर्जी लैब ओर अस्पताल पर कार्रवाई करते हुए सील किया जाएगा। या फिर यह डॉटर साहब अपनी पहुंच के चलते ऐसे ही रागा जी और चुज्जा की मेहरबानी से आम लोगों कि जान के साथ खिलवाड़ करते रहेंगे।