पहले संसाधनों की कमी थी। बहुत कम स्कूल की व्यवस्था रहती थी।आज सीएम राईज स्कूल, उत्कृष्ट विद्यालय जैसे विद्यालय शासन की व्यवस्था में है ।आधुनिकता आई है परंतु मुझे पीड़ा है कि शिक्षकों का सम्मान कम हुआ है। इस पर स्वयं शिक्षक विचार करें।आज गुरु शिष्य के रिश्तों में अवरोध आया है ।में जो कुछ भी हूं शिक्षकों की वजह से ही हूं मुझे जो शिक्षा मिली है वह तत्कालीन शिक्षकों से ज्ञान प्राप्त करने पर आई। संस्कार गुरु से ही प्राप्त होते हैं। यह बात जिला शिक्षा अधिकारी सी के शर्मा ने कहीं । वे शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में रोटरी क्लब केंट द्वारा रोटरी सामुदायिक भवन में आयोजित शिक्षकों के सम्मान समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्षों से अनवरत किए जाने वाले इस कार्यक्रम को में नमन करता हूं। रोटरी क्लब को साधुवाद समाज कल्याण के लिए सेवा प्रकल्प संचालित करना प्रेरणादायक काम है गणित अध्यापन करने का समय मेरे लिए स्वर्णिम काल था। विद्यालय, समाज जनों से सम्मान मिलता है वह शिक्षकों अच्छा करने के लिए सदैव प्रेरणा देता है। यह सम्मान शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करना की प्रेरणा देता है। एडवोकेट विजय जोशी ने कहा कि प्राचीन काल में शिक्षा केवल शाही परिवारों के लिए होती थी। आज शिक्षा जन-जन में पहुंच गई है। यह गौरव की बात है। शिक्षक में शि शब्द शिखर पर पहुंचने ,क्ष शब्द क्षमा का संस्कार सीखने ,क शब्द कमजोरी दूर करने की प्रेरणा देता है। शिक्षा के विकास के लिए मदन मोहन मालवीय ने बनारस विश्वविद्यालय निर्माण के लिए घर-घर जाकर भिक्षा के रूप में दान मांगा था जो आज भी प्रेरणादाई प्रसंग है। चंद्रयान का सफल चांद पर पहुंचना शिक्षक के ज्ञान का परिणाम है। रोटरी क्लब कैंट अध्यक्ष प्रदीप ओसवाल ने कहा कि प्रत्येक शिक्षक हर शिष्य को अलग तरीके से ज्ञान प्रदान करता है वह ज्ञान उसे जीवन पर्यंत जीवन विकास के लिए सहयोग मिलता है। संस्थापक अध्यक्ष ओमप्रकाश काबरा , डिस्ट्रिक्ट टीचर ट्रेनिंग चेयरमैन मुकेश बाहेती, अनिल दरक, सतीश तोतला आदि गणमान्य लोग मंचासिन थे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती एवं रोटरी जनक पी पॉल हैरिस के प्रतिमा पर माल्यार्पण दीप प्रज्वलितकर अतिथियों द्वारा किया गया। मास्टर लक्ष्य माहेश्वरी वेरोनिका बाहेती ने राष्ट्रगान प्रस्तुत किया। इस अवसर पर नीला व्यास शांतिलाल व्यास, सीमा उपाध्याय ,मनोज शर्मा गायत्री शर्मा,अरविंद शर्मा, गरिमा पाटीदार, रेनू श्रीवास्तव ,मोहम्मद हसन अली सैयद,दुर्गा सोमानी, जगदीश सोमानी, चैनसुख परमार ,जगदीश जोशी,नीरज गुप्ता , ज्योति जोशी ,महेश शर्मा, प्रहलाद पाल ,राधेश्याम शर्मा ,शरद गहलोत, नेहा ओझा, पूर्णिमा अग्रवाल,रचना पामेचा, सत्येंद्र सिसोदिया, रेखा जैन, सरोज शर्मा, कपिल देव शर्मा, वीरेंद्र शर्मा, नितेश जिंदल ,अशोक सोनी , बैडमिंटन कोच दीपक श्रीवास्तव, कंप्यूटर शिक्षक हरीश लालवानी सहित 32 शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का शाल श्रीफल प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट चंचल बाहेती ने किया तथा आभार सचिव संदेश महेश्वरी ने व्यक्त किया।