मध्यप्रदेश के सिवनी में दो आदिवासियों की मॉब लिंचिंग में मौत के मामलें में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा फैसला लेते हुए एसआईटी बनाने के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के सिवनी में गौमांस की तस्करी के मामले दो आदिवासियों की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मुख्यमंत्री ने सिवनी एसपी के साथ-साथ थाना कुरई और बादलपार चौकी के पूरे स्टाफ को तत्काल प्रभाव से हटाने के भी निर्देश भी दिए हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को गुना की घटना को लेकर आपात बैठक बुलाई थी और इसी बैठक में सिवनी की घटना पर भी चर्चा की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दो आदिवासियों की मौत और पूरे प्रकरण की जांच एसआईटी से कराने के निर्देश दिए। उन्होंने एसआईटी से जल्द जांच कराने को कहा है। मुख्यमंत्री ने घटना क्षेत्र के पुलिस थाना कुरई थाना क्षेत्र और बादलपार चौकी के पूरे स्टाफ को तत्काल प्रभाव से हटाने के भी निर्देश दिए है।
गौरतलब है कि 2 मई को सिवनी के कुरई के सिमरिया में तीन आदिवासियों को गोकसी का आरोप लगाकर पीटा गया। एक आदिवासी गंभीर रूप से घायल और दो की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में 9 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
आदिवासियों से जुड़ी इस घटना के बाद सरकार को लेकर सिवनी में लोगों की खासी नाराजगी सामने आई थी जिसके बाद कांग्रेस ने भी इस मुद्दे में सरकार पर जमकर आरोप लगाए थे, फिलहाल सरकार के एसआईटी टीम गठित करने और स्टाफ को हटाने के फैसले के बाद लोगों की नाराजगी कम होने की उम्मीद की जा रही है।