नीमच जिले के जीरन तहसील के अंतर्गत आने वाले हरनावदा ग्राम पंचायत के गोविंदपुरा प्राथमिक स्कूल के पास में अवैध खनन कर नौनिहालों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था। मामले में स्कूल शिक्षक कारुलाल वर्मा द्वारा लिखित में शिकायत ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों को की गई। 3 मार्च 2023 को ग्राम पंचायत के सचिव सुशील शर्मा ने बताया कि सरपंच ने लिखित में पत्र तहसीलदार जीरन को दिया गया। जिसके बाद भी 1 माह का समय बीत गया लेकिन राजस्व विभाग के तहसीलदार से लगाकर पटवारी ने इस और कोई संज्ञान नहीं लिया।
प्रदेश हलचल ने गोविंदपुरा प्राथमिक स्कूल के पास हो रहे अवैध खनन को लेकर मौके पर जाकर प्राथमिकता से समाचार प्रकाशित किया, जिसके बाद में तहसीलदार सलोनी पटवा और खनिज विभाग की टीम हरकत में आई और मौके पर जाकर पंचनामा रिपोर्ट बनाकर कार्रवाई की गई। तहसीलदार सलोनी पटवा से मिली जानकारी के अनुसार पट्टेदार रामलाल पिता भेरूलाल भील और उत्खनन करने वाले कलीम खान निवासी चीताखेड़ा के खिलाफ पंचनामा रिपोर्ट बनाकर कार्रवाई की जा रही है।
हम आपको बता दें कि 3 मार्च 2023 को ग्राम पंचायत ने एक पत्र लिखित में तहसीलदार के नाम दिया था जिसमें गोविंदपुरा पटवारी हल्का नंबर 7 के पास स्थित भूमि पर बिना अनुमति अवैध रूप से मोरम खनन को लेकर शिकायत की गई थी। उक्त मामले में पंचायत द्वारा मोरम खनन कार्य बनवारी लाल पिता प्रहलाद पाटीदार, समरथ पिता प्रेमसुख पाटीदार निवासी राबडिया द्वारा करना बताया गया। अब सवाल यह खड़ा होता है कि जब पंचायत ने पत्र में ही अवैध खनन करने वाले नामों का उल्लेख किया तो तहसीलदार के प्रतिवेदन में अवैध खनन करने वालों को बचाया क्यों जा रहा है।
पटवारी की मिलीभगत, क्षेत्र में चर्चा
गोविंदपुरा क्षेत्र में जब जानकारी जुटाई गई तो क्षेत्र में चर्चा है कि स्थानीय हल्का पटवारी की अवैध खनन के मामले में मिलीभगत है जिसके चलते पटवारी के मामला संज्ञान में होने के बाद भी कोई कार्यवाही देखने को नहीं मिली। जबकि 1 माह पूर्व भी पटवारी के संज्ञान में पूरा मामला पहुंच चुका था कहीं न कहीं पटवारी की खामोशी अवैध खनन को मोन स्वीकृति की ओर इशारा कर रही हैं।
खैर अब देखना यह होगा कि क्या स्कूल के पास नौनिहालों की जान के साथ खिलवाड़ करते हुए जिस प्रकार से अवैध रूप से मोरम खनन का कार्य किया गया, उसको लेकर क्या कार्रवाई देखने को मिलती है और हल्का पटवारी को नोटिस देकर तलब किया जाएगा, और ग्राम पंचायत के पत्र मे अवैध खनन के मामले में समरथ और बनवारी का नाम भी है तो प्रशासन कागजों में इनका नाम रंगेगा या फिर मामले में लीपापोती की जाएगी।