नीमच। जिले में सभी गर्भवती महिलाओं का पंजीयन कर, उनकी प्रसव पूर्व सभी निर्धारित जांच पूरी की जाये। पंजीयन के समय ही संबंधित से सभी आवश्यक दस्तावेज, बैंक खाते की जानकारी ले ली जाए, जिससे कि उन्हें प्रसूति सहायता योजना और जननी सुरक्षा योजना का लाभ दिलाने में विलंब ना हो। यह निर्देश कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष नीमच में मातृ एवं शिशु कल्याण कार्यक्रम की समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस.एस.बघेल, सिविल सर्जन डॉ. ए.के.मिश्रा, सभी बीएमओ व डीपीएम श्रीमती अर्चना राठौर उपस्थित थी।
कलेक्टर श्री मयंक अग्रवाल ने सभी बीएमओ को निर्देशित किया कि जो भी नॉन फक्शनल डिलीवरी पॉइंट है, उन्हें फक्शनल किया जाये और वहां पर गर्भवती महिलाओं की प्रसूति प्रारंभ करवाई जाये। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिले में आशा, ए.एन.एम. व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से विशेष कर ग्रामीण क्षेत्रों में होम डिलीवरी को हतोत्साहित किया जाये और प्रयास करें कि सभी गर्भवती महिलाएं प्रसूति के लिए स्वास्थ्य संस्थाओं में पहुंचकर सुरक्षित प्रसव करवाएं।
कलेक्टर ने जननी सुरक्षा योजना, प्रसूति सहायता योजना के सभी लंबित प्रकरणों का निराकरण करवाकर, संबंधित को सहायता राशि भुगतान करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने समस्त डिलीवरी पॉइंट पर होने वाली प्रसूति का अपडेशन कार्य भी तत्काल कराने के निर्देश सभी बीएमओ को दिए।